समरनीति न्यूज, लखनऊः शनिवार को एप्पल मैनेजर हत्याकांड में शामिल दोनों सिपाहियों को आखिरकार पुलिस ने बर्खास्त कर दिया। वहीं घटना से जुड़ी कई जानकारियां भी पुलिस ने मीडिया के साथ साझा कीं। इस मामले में एसएसपी कलानिधि नैथानी ने प्रेस कांफ्रेंस कर सिपाहियों की बर्खास्तगी की जानकारी दी। कहा कि विवेक तिवारी के साथ गाड़ी में मौजूद उनकी सहकर्मी सना ने ही पुलिस को घटना की जानकारी देते हुए मदद मांगी थी। इसके बाद ही पुलिस वहां पहुंची और दोनों को अस्पताल भेजा था।
लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने प्रेसकांफ्रेंस में दी जानकारी
एसएसपी नैथानी ने बताया है कि मामले की एसआईटी जांच कराई जा रही है इसके लिए टीम गठित कर दी गई है। वहीं हत्याकांड में शामिल आरोपी कॉन्स्टेबल संदीप और प्रशांत चौधरी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है।
एसएसपी नैथानी ने बताया कि मौके से पुलिस के दोनों सिपाहियों की मोटरसाइकिल काफी खराब हालत में बरामद हुई थी। कहा कि दोनों सिपाहियों के घुटने में भी चोटें आई हैं, जांच कराई जाएगी कि आखिर इनको चोट कैसे लगी।
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इतना ही एसएसपी नैथानी ने जानकारी दी है कि विवेक तिवारी के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। इसमें पुष्टी हुई है कि विवेक की मौत गोली लगने से ही हुई है। सना को मीडिया के सामने आने से नहीं रोक, मर्जी से बात करें
घटना के वक्त गाड़ी में मौजूद विवेक तिवारी की महिला मित्र सना को नजरबंद करने के आरोपों पर एसएसपी ने कहा है कि सना जब चाहें मीडिया के सामने आकर अपनी बात रख सकती हैं। पुलिस का उनके उपर कोई, किसी तरह का दवाब नहीं है।
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कहा कि वह अपनी मर्जी से काम कर सकती हैं। साथ ही एसएसपी ने साफ किया है कि सना के चरित्र को लेकर किसी ने कोई बयान नहीं दिया है। कहा कि पुलिस इमानदारी से मामले में कार्रवाई कर रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
सना ने किसी तरह के दवाब में होने की बात से किया इंकार
घटना के समय एप्पल कंपनी मैनेजर के साथ मौजूद उनकी महिला मित्र सना का कहना है कि ‘मैं अभी कुछ भी कहने की हालत में बिल्कुल भी नहीं हूं, मैं अपराधी को सजा दिलवाना चाहती हूं, मैं सच्चाई को छिपाने के दबाव में नहीं हूं।’ कहा कि वह घटना को लेकर बेहद परेशान हैं और इसलिए अभी ज्यादा बोलने की स्थिति में नहीं हैं।
हांलाकि सना ने इतना जरूरी बताया है कि दोनों सिपाहियों ने कार के आगे आकर गाड़ी रोकने के कहा और सर (विवेक तिवारी) ने रात में अकेले हालात में गाड़ी न रोकते हुए आगे बढ़ाई। तभी सिपाही ने उनको गोली मार दी।
जरूरत थी तो टायर पर गोली मार सकते थे सिपाही – एडीजी
यूपी के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) आनंद कुमार ने कहा है कि यह बेहद दुखद घटनाक्रम है। दोनों सिपाहियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। दोनों सिपाहियों ने कानून को अपने हाथ में लिया है और कानून का उल्लंघन किया है। अगर गोली चलाने की जरूरत थी तो सिपाही गाड़ी के टायर पर भी गोली मार सकते थे।
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उधर, लोहिया अस्पताल के डायरेक्टर देवेंद्र सिंह नेगी ने इस मामले में जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि विवेक को बाईं तरफ से कान के पास सिर पर गोली लगी थी। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। यही बातें पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई हैं। सूत्रों की माने तो विवेको को गोली काफी नजदीक से मारी गई है।