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दूसरी पत्नी ने नए प्रेमी से कराई थी दरोगा पच्चालाल की हत्या, इश्क, पेंशन और नौकरी बनी कारण

समरनीति न्यूज, कानपुरः आखिरकार वही हुआ जिसका अंदेशा था। थाने में दरोगा पच्चा लाल की हत्या किसी अपराधी ने रंजिश में नहीं की थी बल्कि उनके द्वारा की गई दूसरी शादी वाली पत्नी ने अपने नए प्रेमी संग मिलकर कराई थी। यही वजह थी कि हत्या करने वालों को यह भी डर नहीं रहा कि दरोगा को थाने के भीतर मारना कितना बड़ा जुर्म है क्यों कि दरोगा की दूसरी पत्नी ही हत्या के षड़यंत्र में शामिल रही इसलिए उसके प्रेमी और दोस्तों का दुस्साहस इतना बढ़ा हुआ था कि उन्होंने पच्चा लाल को थाने में आकर सरकारी आवास में ही ठिकाने लगा दिया।

kanpur police arrested daroga murderer his second wife.
कानपुर के सजेती थाने में दरोगा की हत्या के खुलासे के बाद हत्यारोपी दूसरी पत्नी और उसके प्रेमी समेत आरोपियों को ले जाती पुलिस।

बताते चलें कि कानपुर में बीती 2 जुलाई को सजेती थाने में एक दरोगा की चाकू से गोदकर नृशंस हत्या कर दी गई थी। दरोगा का लहूलुहान शव थाने परिसर स्थित उसके आवास में अद्र्धनग्न हालत में पड़ा मिला था, वंही एसएसपी द्वारा बनाई गई टीम ने घटना का खुलासा करते हुए मृतक दरोगा की दूसरी पत्नी सहित 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार हत्या की वजह दूसरी पत्नी का किसी से अवैध संबंध बताया गया है। शनिवार को प्रेसवार्ता करते हुए एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि बेनीगंज हरदोई निवासी किरण देवी का संबंध दरोगा पच्चा लाल से वर्ष 2003 में हरदोई में तैनाती के दौरान हुआ था जिसके बाद दरोगा ने उसे अपनी दूसरी पत्नी के रूप में कानपुर के नवाबगंज इलाके में रख लिया। इसी बीच पच्चालाल के मित्र जितेंद्र उर्फ महेंद्र यादव जो रोडवेज में ड्राइवर है, उसका पच्चालाल के घर आना जाना था। इसी बीच दरोगा की दूसरी पत्नी किरण और जितेंद्र के बीच अवैध संबंध बन गए।

जल्द रिटायर होने वाले थे दरोगा पच्चा लाल, दूसरी पत्नी ने रचा बेटे की नौकरी दिलाने और पेंशन का पैसा हड़पने के लिए प्रेमप्रसंग में रोड़ा बन रहे दरोगा की हत्या का षड़यंत्र  

पच्चालाल को पता भी नही चला, पति को अपने प्यार के बीच रोड़ा बनते देख पत्नी और प्रेमी जितेंद्र ने पच्चालाल की हत्या की साजिश रची। क्योंकि पच्चालाल (58) वर्ष के थे और रिटायरमेंट के करीब थे। ऐसे में अगर उनकी आन ड्यूटी हत्या होती है तो उनके बेटे को नौकरी और पत्नी को जीवनभर पेंशन मिलती रहेगी। साथ ही इनके प्यार का रास्ता भी साफ हो जाएगा। घटना को अंजाम देने के लिए जितेंद्र ने औरैया निवासी निजाम अली और राघवेंद्र से मिलकर 2 जुलाई को पच्चालाल की हत्या कर दी। एसएसपी अखिलेश कुमार ने काम समय मे इंस्पेक्टर रेलबाजार मनोज कुमार रघुवंशी और इंस्पेक्टर घाटमपुर दिलीप कुमार बिंद और उनकी टीम को 25 हजार के पुरस्कार किया।

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