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बुंदेलखंड में खनन में रारः गाजियाबाद के बालू कारोबारी को बांदा में धमकी, पैसा दो नहीं तो चलाएंगे गोलियां

प्रतिकात्मक फोटो।

समरनीति न्यूज, बांदाः पुलिस और प्रशासन की गैरजिम्मेदारी बुंदेलखंड के बांदा में बालू खनन में बड़े गैंगवार की वजह बन सकती है क्योंकि जिले में बालू खनन को लेकर रार शुरू हो गई है। गाजियाबाद के एक बालू कारोबारी को अवैध वसूली के लिए गोली मारने की धमकी देने का मामला प्रकाश में आया है। हांलाकि पुलिस ने धमकी देने वाले व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट दर्जकर ली है।

यूपी-एमपी सीमा पर गिरवां क्षेत्र का मामला  

बताया जाता है कि बांदा में मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित जरर गांव के पास ठेकेदार गाजियाबाद के नूरनगर के मूल निवासी विपुल त्यागी पुत्र रवींद्रकांत त्यागी की बालू खदान है। विपुल त्यागी ने गिरवां थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह शनिवार 17 नवंबर को दोपहर अपनी खदान पर बैठा था।

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इसी दौरान उसके मोबाइल फोन पर काल आई। काल करने वाले ने अपना नाम जयराम सिंह बताते हुए कहा कि अपनी खदान को तुरंत बंद कर दो, वरना 10 मिनट में आकर गोली मार दूंगा। इतना ही नहीं धमकी देने वाले ने कहा कि खदान बंद करके तुरंत मुझसे गिरवां थाना में आकर मिलो।

कारोबारी की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज 

ठेकेदार विपुल त्यागी का कहना है कि धमकी के बाद उसने सीधे नरैनी सीओ और गिरवां थाने में फौन करके धमकी भरा फोन आने की सूचना दी। ठेकेदार का कहना है कि इसके बाद गिरवां थाने में थानाध्यक्ष के सामने उसकी धमकी देने वाले व्यक्ति से बात हुई और इसके बाद भी उसे खदान के आधे पैसे जमा करने और न करने पर गोली चलवाने की धमकी मिली। साथ ही कहा गया कि आज के बाद हिसाब देकर ही खदान चलवाओगे।

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उधर, गिरवां थानाध्यक्ष दुर्ग विजय सिंह ने बताया है कि तहरीर के आधार पर आरोपी जयराम सिंह के खिलाफ धारा 387 आईपीसी (मौत की धमकी देकर जबरदस्ती वसूली करना) के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। एसओ ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। एसओ ने यह भी स्वीकार किया है कि सीमावर्ती छतरपुर में मवई खदान को लेकर दो पक्षों में विवाद चल रहा है। हांलाकि सबकुछ जानते हुए भी पुलिस ने अबतक कोई उचित कार्रवाई क्यों नहीं की। यह सवाल अपने आप में गंभीर है।