समरनीति न्यूज, आगरा: मोहब्बत की निशानी माने जाने वाले ताजमहल को लेकर सियासत अपने चरम पर है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश और एएसआई के रोक के बावजूद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ताजमहल में नमाज पढ़ी। अब इसके विरोध में बजरंग दल की महिलाओं ने वहां भगवान शिव को जल चढ़ाया और आरती कर डाली। इससे राजनीति माहौल फिर गरमा गया है।
कुछ दिन पहले कुछ लोगों ने पढ़ी थी नमाज, सुप्रीम कोर्ट की है रोक
बताया जाता है कि शनिवार को बजरंग दल की महिला शाखा अध्यक्षा मीना दिवाकर दो अन्य महिला कार्यकर्ताओं के साथ ताजमहल में पहुंचीं। वहां उन्होंने भगवान शिव पर गंगाजल चढ़ाकर धूप जलाई। बाद में आरती भी की। खुद मीना का कहना है कि जब-जब तेजोमहालय में नमाज पढ़ी जाएगी, वह वहां जाकर पूजा करेंगी।
ये भी पढ़ेंः ताजमहल समेत देश के 6 वर्ल्ड हेरिटेज स्मारकों का दीदार हुआ महंगा
साथ ही गंगाजल से नमाज अदा करने की जगह को धोकर साफ करेंगी। मीना दिवाकर ने कहा है कि जब नमाज पर रोक है तो फिर कैसे कुछ लोगों ने तेजोमहालय में नमाज पढ़ी।
रोक के बावजूद भीतर पहुंचने पर सवाल
प्रशासन की रोक के बावजूद ताजमहल में पूजा का सामान ले जाने के बारे में सवाल पर मीना ने कहा है कि प्रशासन ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी।
ये भी पढ़ेंः अब अयोध्या नाम से जाना जाएगा फैजाबाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की दीपोत्सव में घोषणा
फिर भी वह नहीं मानी। मीना दिवाकर ने कहा है कि अगर उनको गिरफ्तार किया जाता है तो फिर उन लोगों को भी गिरफ्तार किया जाए जिन्होंने ताजमहल में रोक के बावजूद नमाज पढ़ी है। कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उधर, सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के कमांडेंट ब्रजभूषण का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी।