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बांदा की ऊंची छलांग : कमासिन-बिसंडा स्वास्थ केंद्रों को ‘कायाकल्य अवार्ड’

Banda's high jump: 'Kayakalya Award' to Kamasin-Bisanda Health Centers

समरनीति न्यूज, बांदा : जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह के लगातार प्रयासों के चलते राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कार्यक्रम के तहत वर्ष 2019-20 के लिए जिले के दो प्राथमिक स्वास्थ केंद्रों को कायाल्प अवार्ड मिला है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कमासिन ने 76.4 और बिसंडा ने 71.1 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। अवार्ड के रूप में कमासिन को 2 लाख और बिसंडा को 50 हजार मिले हैं। हालांकि, इससे पहले जिला महिला अस्पताल को भी कायाकल्प अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।

जिलाधिकारी लगातार दे रहें हैैं स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान

मंडलीय अपर निदेशक डा. आरबी गौतम, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एनडी शर्मा, मंडलीय सलाहकार क्वालिटी एश्योरेंस डा. तरन्नुम सिद्दीकी के निर्देशन में स्वास्थ्य केंद्रों के प्रयासों से कायाकल्प कार्यक्रम के तहत निर्धारित छह मानकों को पूरा किया गया। इसके बाद यह अवार्ड हासिल हुआ है।

कमासिन को पुरस्कार के तौर पर 2 लाख, बिसंडा को 50 हजार

जिला सलाहकार क्वालिटी एश्योरेंस (डीसीक्यूए) डा. सत्येंद्र कुमार ने बताया है कि कायाकल्प कार्यक्रम के तहत वर्ष 2019-20 के लिए जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कमासिन को 76.4 और बिसंडा पीएचसी को 71.1 प्रतिशत अंक मिले हैं। पुरस्कृत धनराशि के रूप में कमासिन को 2 लाख और बिसंडा को 50 हजार रुपए मिले हैं। डीसीक्यूए ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों का नामांकन आंतरिक, सहकर्मी एवं बाहरी मूल्यांकन के अंतर्गत 3 चरणों में किया गया।

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अस्पताल का रखरखाव, सफाई, बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण, इंफेक्शनल कंट्रोल, सहयोगी सेवाएं, स्वच्छता को बढ़ावा देने के कार्यों के साथ अस्पताल की चार दीवारी के बाहर की व्यवस्थाओं को देखा गया। इसमें आंतरिक मूल्यांकन का निरीक्षण स्थानीय टीम, सहकर्मी मूल्यांकन का निरीक्षण राज्यस्तरीय टीम द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि भविष्य में स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य एवं पूरा प्रयास है कि शेष स्वास्थ्य केंद्रों को भी सभी मानकों को पूरा करते हुए कायाकल्प कार्यक्रम के लिए चयनित किया जाए।

क्या है कायाकल्प अवार्ड

सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने एवं उनकी गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाती है ताकि संबंधित स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। यह अवार्ड जिन स्वास्थ केंद्रों को मिलता है वे अन्य अस्पतालों के लिए रोल माडल का काम करते हैं।

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