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मासूमों के अपहरण-हत्या के बाद चित्रकूट में बवाल-लाठीचार्ज, बजरंगदल नेता के भाई समेत 6 गिरफ्तार

चित्रकूट में बवाल के दौरान आग जलाकर विरोध और नारेबाजी करती भीड़।

समरनीति न्यूज, बांदा/चित्रकूटः बीती 12 फरवरी को हुए दो सगे जुड़वा मासूम भाइयों के अपहरण की घटना के बाद आज जैसे ही लोगों को पता चला कि अपहरणकर्ताओं ने उनकी हत्या कर दी है। लोगों में आक्रोश फैल गया। बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और बाजार बंद कराते हुए यहां-वहां तोड़फोड़ शुरू कर दी। हांलाकि हालात को भांपते हुए पुलिस अधिकारियों ने पहले ही रामघाट और जानकीकुंड के आसपास पुलिस बल तैनात कर दिया था। फिर भी पुलिस लोगों के गुस्से को नहीं रोक पाई। पुलिस अधिकारियों ने भीड़ को समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन लोग कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। सोमवार को भी मौके पर पुलिस बल तैनात रहा।

चित्रकूट में बवाल के दौरान इकट्ठा आक्रोशित भीड़ व उठता धुआं।

स्थिति को भांपते हुए पहले से तैनात था फोर्स 

भीड़ पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करती रही। बाद में जानकीकुंड अस्पताल के पास भी भीड़ जमा रही। लोगों ने गुस्से में पुलिस पर पथराव कर दिया। इस दौरान पुलिस ने हालात को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया। साथ ही आंसू गैस के गोले भी दागे। बताया जाता है कि पुलिस ने चार प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया है। बाद में धारा 144 लागू कर दी गई है।

मुख्य आरोपी, बजरंग दल नेता का भाई 

उधर, अपहरण और हत्या की वारदात करने वाले छह युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रीवा के आइजी चंचल शेखर ने बताया कि मध्‍यप्रदेश क्षेत्र में चित्रकूट से दोनों भाइयों का 12 फरवरी को अपहरण करने वाले छह लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

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उन्होंने कहा कि मासूम जुड़वा भाइयों के अपहरण और हत्या की इस वारदात को अंजाम देने वाला मुख्‍य आरोपी पदम शुक्‍ला नाम का युवक है जो चित्रकूट का रहने वाला है जबकि बाकी आरोपियों के नाम रामकेश, पिंटा यादव, राकेश द्विवेदी, आलोक सिंह और विक्रांत सिंह हैं। एसपी ने बताया कि दोनों अपह्रत भाईयों की हत्या बीती 21 फरवरी को ही कर दी गई थी।

अपहरण और हत्या में प्रयुक्त बाइकें व बोलेरो गाड़ी।

रामराज लिखी बाइक से अपहरण, भाजपा का झंडा लगी गाड़ी का इस्तेमाल 

इस अपहरण और हत्याकांड की वारदात का मास्टरमाइंड पदमकांत शुक्‍ला है जिसका छोटा भाई विष्‍णुकांत बजरंग दल का क्षेत्रीय समन्‍वयक है। हालांकि पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटना में उसकी कोई भूमिका नहीं है लेकिन वारदात को जिस बाइक और कार से अंजाम दिया गया है उसकी नंबर प्लेट पर रामराज्य लिखा था। कार पर भाजपा का झंडा लगा हुआ था। पुलिस अधिकारी ने बताया है कि इन आरोपियों द्वारा बच्चों के पिता ब्रजेश रावत से शुरू में दो करोड़ की फिरौती मांगी गई। पुलिस काल ट्रैस कर रही थी लेकिन हर बार अलग-अलग नंबर होने के कारण अपहरणकर्ताओं को नहीं पकड़ पा रही थी। बताया कि 20 फरवरी की रात को पीड़ित पिता ने अपहरणकर्ताओं को 20 लाख रुपए की फिरौती भी दे दी थी लेकिन इसके बाद भी बच्चों को नहीं छोड़ा गया।

चित्रकूट से अपह्रत कर मार डाले गए जुड़़वा भाई शिवांश और देवांश।

बच्चों को घर ट्यूशन पढ़ाता था एक आरोपी 

अपह्रत बच्चों के पिता ने बताया कि मुख्य आरोपी रामकेश यादव उनके बच्चों को पहले घर आकर ट्यूशन पढ़ाता था। शायद वजह रही कि बच्चों ने उसे पहचान लिया होगा। बताया कि उनको जरा भी अंदेशा नहीं था कि रामकेश उनके बच्चों के अपहरण की साजिश रच सकता है या उनकी हत्या की बात सोच सकता है।

राहगीरों से फोन मांगकर कर रहे थे इस्तेमाल

अपहरण की इस वारदात में आरोपियों ने बेहद शातिराना तरीका अपनाया। इन लोगों ने रास्ते में चलते लोगों से झूठ बोलकर उनका मोबाइल मांगा और फिर बच्चों के परिजनों को फोन करके फिरौती मांगी। इसके बाद वहां से चले जाते थे। इस वजह से पुलिस चाहकर भी नंबर ट्रेस करने के बावजूद आरोपियों तक नहीं पहुंच पा रही थी लेकिन एक राहगीर से जब आरोपियों ने फोन लिया तो उसे उनकी हरकतों पर संदेह हुआ। इसके बाद उक्त राहगीर ने समझदारी दिखाते हुए फोन तो दिया लेकिन बाद में फोन से उनकी बाइक की नंबर प्लेट की फोटो खींच ली।

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जब पुलिस ने उसे फोन किया तो उसने सारी बात बताई और पुलिस को बाइक की नंबर प्लेट वाली फोटो भी उपलब्ध करा दी। इसी फोटो से मिले बाइक नंबर-यूपी-90, एल-5707 के जरिये पुलिस इसके मालिक एवं एक आरोपी रोहित द्विवेदी पुत्र ब्रहम्मदत्त दिवेदी तक पहुंच सकी। यह आरोपी बांदा जिले के बबेरू क्षेत्र के अंस गांव में रहता था। इसके बाद पुलिस को खुलासे में देर नहीं लगी।

अपहरण एवं हत्याकांड का मास्टर माइंड पदमकांत शुक्ला।

अपहरण व हत्यारोपियों के नाम-पते

पुलिस ने जारी प्रेसनोट में हत्यारोपियों के नाम-पतों का खुलासा किया है। इससे पता चलता है कि आरोपियों में चार बांदा जिले के हैं जबकि एक हमीरपुर जिले का रहने वाला है। हांलाकि मुख्य आरोपी तथा पूरी वारदात की योजना बनाने वाला पदमकांत चित्रकूट का ही रहने वाला है। सभी की उम्र 20 से 27 साल के बीच है। इतना ही नहीं वारदात की पूरी कहानी रचने वाले मुख्य आरोपी की उम्र मात्र 24 साल है।

  1. पदम शुक्ला (22) पुत्र रामकर्ण शुक्ला, निवासी जानकीकुंड, रघुवीर मंदिर के सामने, थाना नयागांव, जिला- चित्रकूट।
  2. राजू द्विवेदी (25) पुत्र राकेश द्विवेदी निवासी भवुआ अंश थाना बबेरू, जिला बांदा।
  3. लकी सिंह तोमर पुत्र सतेंद्र सिंह तोमर निवासी ग्राम तेदुरा थाना बिसंडा, जिला बांदा
  4. रोहित द्विवेदी (24) पुत्र ब्रह्म दत्त द्विवेदी, निवासी भवुआ अंस, थाना बबेरू, जिला बांदा।
  5. रामकेश यादव (26) पिता रामशरण यादव निवासी ग्राम छेरा, जिला बांदा।
  6. पिंटू उर्फ पिंटा (23) पुत्र रामस्वरूप निवासी गुरदहा, जिला हमीरपुर।