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बांदा में मोदीः हाथ से खिसकते बुंदेलखंड में निशाने पर गठबंधन, जुबान पर ईवीएम-युवा और नामदार..

बांदा में विजय संकल्प रैली में लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

मनोज सिंह शुमाली, बांदाः अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर करीब 2 बजे बांदा पहुंचे। मोदी को देखने और सुनने के लिए सुबह से ही लोग कार्यक्रम स्थल पहुंचने लगे थे। मोदी बांदा पहुंचे और खूब जय-जयकारे लगे। कार्यकर्ताओं में जोश भर गया, लेकिन कहा जाता है कि बड़े नेताओं की दूरदृष्टि भी बड़ी होती है। यही वजह है कि हाथ से खिसकते बुंदेलखंड की आशंका में मोदी के निशाने पर सीधे गठबंधन रहा और जुबां पर ईवीएम, युवा और नामदार। वे जानते हैं कि बुंदेलखंड में भाजपा के लिए जीत पहले जैसी आसान नहीं। शायद इसकी वजह भी मौजूदा जनप्रतिनिधियों की जनता से दूरी है।

बांदा के कृषि विश्वविद्यालय में बोलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

प्रधानमंत्री ने बुआ और बबुआ पर साधा निशाना  

आज बांदा के कृषि विश्वविद्यालय में प्रधानमंत्री मोदी ने विजय संकल्प रैली में जनता को संबोधित करते हुए सीधेतौर पर अखिलेश यादव और मायावती पर हमला बोला। कहा कि दिल्ली में एसी कमरों में बैठकर बुआ और बबुआ की तस्वीरें पूरे देश को भ्रमित कर रही हैं। कहा कि इन लोगों को जनता की असली ताकत का अंदाजा नहीं है। आने वाले नतीजे इसका एहसास कराएंगे।

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विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आधा चुनाव हो चुका है और 300 सीटों पर वोट पड़ने के बाद कुछ लोगों के चेहरे उतर गए हैं। इतना ही नहीं ये लोग जानते हैं कि क्या होने वाला है। पीएम मोदी ने कहा कि अब विपक्षियों ने ईवीएम राग छेड़ दिया है। मोदी ने कहा कि आधा चुनाव मुझे गाली देने में बीता दिया और आधा ईवीएम को गाली देने में लगा देंगे।

बांदा में कृषि विश्वविद्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में मौजूद भाजपा नेता दीपक सिंह गौर व अन्य कार्यकर्ता।

मोदी बोले, आखिर में विपक्षियों के हाथ आएगा जीरो बटा सन्नाटा 

इतना ही नहीं पीएम मोदी ने विपक्षियों पर तंज कसते हुए कहा कि आखिर में इनके (विपक्षियों) हाथ जीरो बटा सन्नाटा ही लगेगा। कहा कि सपा और बसपा वाले मेरी जाति का सर्टिफिकेट बांटने में जुटे हैं। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नामदार मोदी के बहाने पूरे पिछड़े समाज को गाली दे रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा ये जात-पात और पंत संप्रदाय से आगे नहीं सोच पाते हैं।

बांदा के कृषि विश्वविद्यालय में बोलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

कहा- एक भारत-श्रेष्ट भारत की बात नहीं पड़ी विपक्ष के पल्ले 

एक भारत-श्रेष्ठ भारत की बात विपक्षियों के पल्ले नहीं पड़ती है। कहा कि इनका यही हाल रहा तो इनकी दुकानों को अलीगढ़ का ताला लगेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्षियों को पता नहीं चला कि 21वीं सदी का मतदाता क्या चाहता है, ये न नेताओं को समझ आ रहा है और न ही राजनीतिक के पंडितों को। पीएम मोदी ने कहा ये जाति के समीकरण बिठाते रह गए और हमारे युवा बेटा और बेटी विकास की राजनीति के साथ खड़े हो गए हैं।

मोदी भी समझते हैं यहां के हालात 

दरअसल, लोकसभा 2014 की बात करें तो तब मोदी लहर में यहां कई ऐसे जनप्रतिनिधि जीत गए जिनको खुद अपनी जीत का भरोसा नहीं था। यह मोदी लहर का ही कमाल था, लेकिन अब बुंदेलखंड में अलग चुुनावी बयार बह रही है। सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की सक्रियता ने लोकसभा-2019 की चुनावी लड़ाई को मुश्किल बना दिया है।

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इसकी एक ओर बड़ी वजह है कि यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मोदी लहर से मिली जीत से कोई सबक नहीं लिया और जनता से अपना कोई जुड़ाव नहीं कर सके। लोग आज अपने चुने हुए नेताओं को लोकप्रियता की नजर से नहीं देखते हैं। शायद यही वजह रही कि आज की जनसभा में मोदी के निशाने पर गठबंधन रहा। क्योंकि मोदी जानते हैं कि बुंदेलखंड में असली चुनौती गठबंधन से ही मिलनी है।

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वहीं बांदा लोकसभा सीट की बात करें तो वैसे भी पार्टी के भीतर कई समस्याएं हैं। जैसे पहले मौजूदा सांसद भैरो प्रसाद मिश्रा का बागी हो जाता, फिर पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष एवं पूर्व बार एसोसिएशन अध्यक्ष अशोक त्रिपाठी उर्फ जीतू का बागी होना। इन दोनों प्रभावी नेताओं की नाराजगी पार्टी के लिए कम चिंताजनक नहीं है। जानकार बताते हैं कि कहीं न कहीं आने वाले 6 मई के चुनाव में यह नाराजगी अपना असर दिखा सकती है।

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