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लखनऊ STF ने कानपुर में IPL सट्टा के अंतरराष्ट्रीय रैकेट का किया भंडाफोड़, पेट्रोलपंप मालिक निकला सरगना

पुलिस की हिरासत में आइपीएल सट्टेबाज गिरोह का सरगना जीतू शिवहरे व अन्य सदस्य।

समरनीति न्यूज, कानपुर/लखनऊः लखनऊ एसटीएफ ने आइपीएल में लाखों-करोड़ों का सट्टा लगवाने वाले एक अंतरराष्ट्रीय रैकेट का भंडाफोड़ किया है। बुधवार को लखनऊ एसटीएफ की टीम ने कानपुर और वाराणसी में ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस दौरान आठ सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया गया। सट्टेबाजों के पास से एसटीएफ ने लाखों की नगदी के साथ विदेशी मुद्रा और मोबाइल तथा लैपटॉप आदि सामान बरामद किया है। खास बात यह है कि सट्टेबाजी रैकेट का सरगना जितेंद्र शिवहरे उर्फ जीतू शिवहरे कानपुर से पकड़ा गया है जिसका फतेहपुर में पेट्रोलपंप भी है। उसने फतेहपुर को भी अड्डा बना रखा था।

नौबस्ता से 5 और वाराणसी से 3 समेत 8 गिरफ्तार    

बताया जाता है कि सूचना के आधार पर एसटीएफ लखनऊ की टीम ने नौबस्ता इलाके में छापेमारी करते हुए जितेंद्र शिवहरे उर्फ जीतू शिवहरे को पकड़ा। बताते हैं कि जीतू ही पूरे रैकेट का सरगना है। इसके बाद एसटीएफ ने सट्टेबाजी के धंधे से जुड़े मोहित, हिमांशू, आशीष और सुमित को पकड़ लिया। इनके पास से एसटीएफ ने 2.75 लाख नगद, 5 लैपटॉप, 3 स्मार्ट टीवी, वाईफाई राऊटर, 30 मोबाइल फोन आदि सामान बरामद किया।

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इस दौरान एसटीएफ की कार्रवाई की आहट पाते ही इस रैकेट का अजय सिंह नाम का एक शातिर भाग निकला। हांलाकि एसटीएफ ने फरार हुए अजय सिंह की फार्च्यूनर गाड़ी और जीतू नाम के अपराधी की मर्सडीज कार कब्जे में ले ली है। बताते हैं इसी रैकेट से जुड़े अन्य लोगों को एसटीएफ ने वाराणसी शहर में रेड डालकर गिरफ्तार किया।

पुलिस की हिरासत में आइपीएल सट्टेबाज गिरोह का स्पीकर, माइक व मोबाइल लगा शूटकेस।

वाराणसी में पकड़े गए लोगों के नाम सुनील पाल, विक्की खान और अशोक सिंह बताए जा रहे हैं। एसटीएफ द्वारा उनके पास से 27.75 लाख नगद व कई मोबाइल बरामद करनी की जानकारी मिल रही है। एसटीएफ का कहना है कि सट्टेबाजी के मास्टर माइंड जीतू के मध्यम से लगभग 20 की संख्या में बुकी ऑनलाइन बेटिंग करते थे।

दुबई-मुंबई समेत कई राज्यों से जुड़े हैं इस रैकेट के तार  

उसके तार यूपी ही नहीं बल्कि जयपुर, मुंबई, रायपुर, अजमेर, दिल्ली के साथ-साथ दुबई में बैठे लोगों से जुड़े थे। ये लोग इतने शातिर थे कि एक जगह रुककर धंधा नहीं करते थे बल्कि जगह बदल देते थे। कभी कानपुर, कभी लखनऊ तो कभी प्रयागराज, वाराणसी और फतेहपुर में भी अड्डा बनाकर काला धंधा करने में जुट जाते थे। एसटीएफ अधिकारियों ने बताया है कि जीतू दुबई में रहकर कई साल तक ऑनलाइन ट्रेडिंग का काम करता रहा है। इन जगहों पर भी उसके तार जुड़े रहे हैं। इस धंधे से पैसा कमाने के बाद ही उसने इन शहरों में करोड़ों की संपत्ति बनाई हुई है। फतेहपुर में भी उसका सरगना जीतू शिवहरे और जितेंद्र शिवहरे का पेट्रोलपंप है।

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