समरनीति न्यूज, बांदाः मंडल मुख्यालय बांदा से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। आज विकास भवन में स्थिति डीपीआरओ कार्यालय में आयकर विभाग की टीडीएस विंग की टीम ने छापा मारा। आयकर विभाग की यह टीम कार्यालय पहुंची और वहां दस्तावेजों की गहन छानबीन की। विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों में इससे हड़कंप मच गया। करीब दो घंटे टीम तक आयकर विभाग की टीम ने बिलिंग के साथ-साथ अकाउंट, वेतन के रजिस्टर व अन्य दस्तावेजों की गहन छानबीन की। आयकर आयुक्त मनीष मिश्रा के निर्देश पर अधिकारी शरद प्रकाश अग्रवाल के नेतृत्व में आयकर निरीक्षक राकेश मेहरोत्रा आदि ने अपनी टीम के साथ विकास भवन में जिला पंचायती राज अधिकारी के कार्यालय पर छापा डाला।
डीपीआरओ को नोटिस, तलब
आयकर टीम के पहुंचते ही वहां हड़कंप मच गया। विभागीय कर्मचारियों में खलबली मच गई। लगभग दो घंटे तक टीम ने स्वच्छ भारत मिशन, चैदहवां वित्त आयोग, चैथी राज्य वित्त आयोग आदि मदों पर आवंटित राशि और व्यय संबंधित पूरा लेखा-जोखा चेक किया। सूत्रों की माने तो खर्च हुई धनराशि के सापेक्ष टीडीएस न काटने का मामला सामने आया है। शासन स्तर से पीएफएमएस के माध्यम से आनलाइन भुगतान शुरू होने के बाद पूरा मामला उजागर हुआ है।
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शासन स्तर से जिले सहित ग्राम पंचायतों में 14वां वित्त आयोग व राज्य वित्त आयोग से करोड़ों रुपए की धनराशि भेजी गई थी। इस रकम से ग्राम पंचायतों द्वारा पूरे वित्तीय वर्ष में विकास कार्यों को संस्थाओं के ठेकेदारों व फर्मों के माध्यम से पूरा कराया गया। आयकर टीम ने जिला पंचायत राज अधिकारी संजय कुमार यादव को 131 का सम्मन देकर 16 मार्च 2020 तक पूरे ब्योरे के साथ उपस्थित होने को कहा है। इस मामले में आयकर विभाग ने जिला पंचायत राज विभाग से धनराशि खर्च होने के सापेक्ष टीडीएस कटने संबंधी ब्योरा मांगा।
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