समरनीति न्यूज, लखनऊः राजधानी के एटीएस मुख्यालय में एडिनशनल एसपी राजेश साहनी की मौत की घटना आज भी लोगों के लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं है। एक सुलझे हुए, सरल स्वभाव अधिकारी की की संदिग्ध परिस्थियों में गोली लगने से मौत हो गई थी। छुट्टी के दिन दफ्तर में गोली लगने से हुई उनकी मौत ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए थे। उस वक्त कुछ एक अधिकारियों पर भी ऊंगलियां उठी थीं। मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी काफी गंभीर थे और उन्होंने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी।
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हांलाकि सीबीआई जांच तो आज तक शुरू नहीं हो पाई है लेकिन एडीजी लखनऊ द्वारा की जा रही जांच में घटना को आत्महत्या करार दिया गया है। यानी एडिशनल एसपी श्री साहनी की मौत आत्महत्या ही थी, इस बात पर जांच रिपोर्ट ने मुहर लगा दी है। सूत्रों की माने तो जांच रिपोर्ट में इस बात जिक्र नहीं है कि आत्महत्या का कारण क्या था। आत्महत्या के कारणों का जांच रिपोर्ट में खुलासा नहीं है, न ही कोई वजह जाहिर की गई है।
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जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि फारेंसिक एक्सपर्ट को मौके से मिले सबूतों और फोटो के अलावा लगभग 50 लोगों के बयान लेने के बाद यह रिपोर्ट तैयार की गई है।
जांच रिपोर्ट में खास बात यह भी बताई गई है कि फारेंसिक जांच में राजेश साहनी के दाहिने हाथ में गन पाउडर लगा मिला था। इससे माना जा रहा है कि गोली उनके खुद के द्वारा ही चलाई गई है। हांलाकि सूत्रों का कहना है कि अभी बहुत से लोग ऐसे हो सकेत हैं जो इस जांच रिपोर्ट से इत्तेफाक न रखते हों।
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