Sunday, May 5सही समय पर सच्ची खबर...

रोटोमैक पेन के मालिक व उद्योगपति विक्रम कोठारी के बंगले पर बैंक ने किया कब्जा

समरनीति न्यूज, कानपुरः रोटोमैक पेन के मालिक एवं कानपुर के बड़े उद्योगपति विक्रम कोठारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। 900 करोड़ का लोन न चुकाने वाले कोठारी के बंगले को बैंक आफ इंडिया ने अपने कब्जे में ले लिया है। बताया जा रहा है कि बैंक अब बंगले की नीलामी करके अपने पैसे वसूलेगा। बताते चलें कि शहर के तिलकनगर में स्थित बंगले से सीबीआई ने कुछ समय पहले रोटोमैक पेन के मालिक कोठारी और उसके बेटे को गिरफ्तार किया था।

कानपुर के तिलकनगर में है बंगला 

बताया जाता है कि कोठारी ने कई साल पहले बैंक ऑफ इंडिया की बिरहाना रोड स्थित शाखा से अलग-अलग चार कंपनियों के नाम से कर्जा लिया था जिसको चुकता नहीं किया गया। इसके बाद वर्ष 2015 में सभी ऋण खाते एनपीए होने के बाद बैंक की ओर से कोठारी को कई नोटिस दी गईं।

ये भी पढ़ेंः विजय माल्या बोला, बैंकों का कर्जा तो चुकाऊंगा लेकिन ब्याज नहीं दूंगा..

लेकिन उद्योगपति विक्रम कोठारी ने इन नोटिस का कोई जवाब ही नहीं दिया। बैंक की ओर से 27 जुलाई 2016 को रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के नाम 848 करोड़ की मांग करते हुए नोटिस फिर दिया गया। लेकिन कोठारी ने इसे भी नजरअंदाज कर दिया।

बंधक के रूप में था बंगला 

इस नोटिस के बाद लगभग डेढ़ साल बाद 4 दिसंबर 2018 को बैंक ने रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी के ऋण खाते में बंधक संपत्ति के रूप में तिलकनगर स्थित मकान नंबर 7/23 को अपने कब्जे में ले लिया है। बैंक अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान में 848 करोड़ ऋण के अलावा 30 सितंबर 2015 से ब्याज के साथ-साथ अन्य खर्च भी बकाया है।

कुल इतना था विक्रम कोठारी पर कर्जा

बैंक की शाखा से उद्योगपति विक्रम कोठारी ने बड़े अलग अंजाम में कर्जा लिया। दरअसल, यह कर्जा चार अलग-अलग कंपनियों के नाम से लिया गया। इनमें से किसी की वापसी नहीं हुई। इतना ही नहीं नोटिस पर जवाब तक नहीं दिया गया।

ये भी पढ़ेंः बांदा में कर्जदार किसान की हार्टअटैक से मौत, परिवार ने कर्ज को बताया मौत की वजह

इन कंपनियों को कर्जा के क्रमवार रूप में देखें तो पता चलता है कि कोठारी फूड एंड फ्रेगरेंस के नाम से 155 करोड़, रोटोमैक एक्सपोर्ट के नाम से 245 करोड़, रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के नाम से 830 करोड़, और क्राउन एल्वा के नाम से 165 करोड़ का कर्जा लिया गया।