समरनीति न्यूज, बांदाः जिले में भारतीय जनता पार्टी में अब अंतरकलह खुलकर सामने आने लगी है। जिलाध्यक्ष के एक फैसले के खिलाफ पार्टी के कई पदाधिकारियों समेत तीन दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों की माने तो पार्टी जिलाध्यक्ष समेत प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश संगठन महामंत्री को इस्तीफे की प्रतियां भेजी गई हैं।
जिलाध्यक्ष ने कहा, खुद बदला है सभी को, इस्तीफे का सवाल ही नहीं
सूत्र बताते हैं कि नरैनी मंडल के पदाधिकारियों में इस बात को लेकर नाराजगी थी कि जिलाध्यक्ष द्वारा बगैर उनको विश्वास में लिये या उनसे वार्ता किए एक व्यक्ति को नरैनी मंडल का संयोजक बना दिया गया। जिसे नरैनी के पदाधिकारियों ने अपनी उपेक्षा माना। वहीं दूसरी ओर जिलाध्यक्ष बांदा का कहना है कि संगठन में बदलाव के क्रम में नई नियुक्तियों की प्रक्रिया चल रही है। कुछ लोगों को बदला गया है।
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सूत्रों का कहना है कि नरैनी के पदाधिकारियों का आरोप है कि जिस व्यक्ति को मंडल संयोजक बनाया गया है वह अवैध कार्यों में संलिप्त रहे हैं। इसी से नाराज होकर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे दे दिए हैं।
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इस्तीफा देने वालों में मंडल अध्यक्ष प्रदीप सिंह सेंगर, अशोक कुशवाह, सदस्य जिला कार्यकारिणी कमलाकांत दिवेदी, सदस्य जिला कार्यसमिति ओम प्रकाश पांडे, रामेंदु तिवारी, मंडल महामंत्री शामिल हैं। इसके अलावा सभी सेक्टर प्रभारियों, उपाध्यक्षों तथा कई सक्रिय सदस्यों ने भी अपने इस्तीफे दे दिए हैं।
क्या बोले, जिलाध्यक्ष
मामले में बांदा भाजपा जिलाध्यक्ष लवलेश सिंह से इस बारे में बात की गई। जिलाध्यक्ष ने बताया कि जिन पदाधिकारियों के इस्तीफा देने की बात कही जा रही है, उनको समय पूरा होने पर खुद उनके द्वारा बदला गया है और नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है।
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कहा कि ऐसे में इस्तीफा का सवाल ही नहीं उठता है। साथ ही कहा है कि जहां भी पदाधिकारी बदले गए हैं वहां उसी समाज और जाति के व्यक्ति को नियुक्त भी किया गया है ताकि संगठन की मजबूती पर कोई फर्क न आए।