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2014 के मुकाबले आयोग ने अबकी बार जब्त किया लगभग 3 गुना ज्यादा पैसा, 3439 करोड़..

प्रतिकात्मक फोटो।

समरनीति न्यूज, पॅालीटिकल डेस्कः चुनाव आयोग ने इस चुनाव में पिछले चुनाव से तीन गुना ज्यादा काला धन जब्त किया है। चुनाव आयोग ने कुल 3439 करोड़ रुपये जब्त करके नया रिकॉर्ड बना दिया है। अभी तक इससे पहले किसी भी लोकसभा चुनाव में इतना कैश नहीं पकड़ा गया है। अगर चुनाव के दौरान इतने करोड़ काला धन पकड़ा जाता है, तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश में कितना ज्यादा काला धन मौजूद है। ये तो सिर्फ वो पैसे हैं जो चुनाव आयोग दस्ते ने पकड़े हैं, इससे कई गुना ज्यादा पैसे से चुनावी काम पूरे कर लिए गए होंगे।

2014 चुनाव से ज्यादा हुई बरामदगी  

लोकसभा चुनाव अंतिम चरण में है। आचार संहिता लागू होने के बाद से ही आयोग के फ्लाइंग स्क्वायड ने छापेमारी शुरू कर दी थी। इस   छापेमारी में देश के कई राज्यों से चुनाव आयोग ने करोड़ों रुपये जब्त किए।  साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में कुल 1200 करोड़ रुपये  का कैश बरामद किया गया था, लेकिन इस चुनाव में लगभग इससे तीन गुना कैश बरामद हो चुका है। अभी अंतिम चरण का चुनाव  खत्म होने तक इसके बढ़ने के आसार हैं।

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तमिलनाडु में सबसे ज्यादा मामले 

हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु से सबसे ज्यादा रुपये बरामद किए गए। तमिलनाडु से अभी  तक 950 करोड़ रुपये जब्त हुए हैं। वहीं गुजरात भी इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर है। चुनाव आयोग के फ्लाइंग स्क्वॉड ने यहां से 552  करोड़ रुपये जब्त किए। दिल्ली से 426 करोड़ रुपये पकड़े गए।

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चुनाव आयोग को पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता की 500 शिकायतें मिलीं। ये शिकायतें 10 मार्च के बाद नेताओं और  लोकसभा उम्मीदवारों के खिलाफ की गईं। करीब आधा  दर्जन से ज्यादा शिकायतें पीएम मोदी के खिलाफ दर्ज हुईं, जिनमें से सभी में पीएम  मोदी को क्लीन चिट मिल गई।

कैसे आयोग करता है पैसा जब्त  

काले धन का सबसे ज्यादा इस्तेमाल चुनाव में होता है। चुनाव शुरू होते ही काला धन बाहर आने लगता है। इसीलिए इसे रोकने के लिए  चुनाव आयोग एक खास दस्ता तैयार करता है। जो चुनाव के दौरान बिना किसी रसीद या सोर्स के घूम रहे कैश को पकड़ता है। ये पैसा नेताओं  के घर, गाड़ी या फिर किसी चुनावी रैली के दौरान बरामद किया जाता है।

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