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लिंग परिवर्तन कराकर रेलवे इंजीनियर बना राजेश से सोनिया, अब पहचान को लेकर बना संकट

समरनीति न्यूज, डेस्कः रेलवे के इंजीनियर के सामने एक अजीबो-गरीब स्थिति पैदा हो गई है। लिंग परिवर्तन कराकर लड़के से लड़की बने इस इंजीनियर को अब अपनी कागजी पहचान के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। वहीं रेलवे भी उसको लड़की के रूप में पहचान देने में हिचकता दिखाई दे रहा है, हालांकि इससे इंकार भी नहीं किया जा रहा है। दरअसल, पूरा मामला बरेली रेलवे वर्कशाप से जुड़ा है। वहां काम करने वाले इंजीनियर राजेश पांडे को वर्ष 2003 में अपने पिता की जगह पर मृतक आश्रित कोटे पर नौकरी मिली थी। पढ़ाई में अच्छे राजेश ने फर्स्ट डिवीजन से इकोनोमिक्स विषय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी कर ली थी।

हमेशा से लगता था लड़की हूं.. 

बताते हैं कि चार बहनों के बीच पले-बढ़े राजेश को हमेशा लगता था कि वह एक महिला है जिसने गलती से एक पुरुष योनि में जन्म ले लिया है। बचपन से ही उसे सजने संवरने का शौक रहा। लड़कियों की तरह ही श्रृंगार किया करता था। यही वजह रही कि उसके दोस्त भी उसे राजेश की बजाय सोनिया कहकर पुकारने लगे। उसके हाव-भाव भी लड़कियों वाले लगने लगे। इसी बीच परिवार वालों ने बड़ी धूमधाम से 2012 में उनकी शादी कर दी।

करीब नहीं आ सके पति-पत्नी 

बताते हैं कि दो साल का वैवाहिक जीवन वैसे तो ठीक गुजरा, लेकिन इस बीच इंजीनियर राजेश अपनी पत्नी के करीब नहीं आ सके। बाद में दोनों ने आपसी सहमति से तलाक ले लिया। इसके बाद इंजीनियर राजेश 2017 में दिल्ली जाकर अपना लिंग परिवर्तन करा लिया और वह राजेश से युवती सोनिया पांडे बन गए। इसके बाद वापस बरेली आकर उन्होंने नौकरी ज्वाइन कर ली।

रेलवे के सामने आ रही है दिक्कत 

इंजीनियर सोनिया पांडे को अपने दस्तावेजों में पहचान देने में रेलवे को दिक्कत आ रही है। दरअसल, रेलवे का कहना है कि लिंग परिवर्तन करने के बाद दस्तावेजों में परिर्तन करने में थोड़ी दिक्कत हो रही है क्योंकि ऐसा कोई नियम नहीं है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि फिर भी मामला पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय से रेलवे बोर्ड तक पहुंचा दिया गया है। उधर, सोनिया पांडे का कहना है कि उन्होंने सर्जरी से लिंग तो बदल लिया है, लेकिन दस्तावेजों में पहचान के लिए जद्दोजहद जारी है। सोनिया ने बताया कि रेलवे में अगस्त 2018 में सर्विस रिकॉर्ड में राजेश से सोनिया पांडे नाम करने के लिए आवेदन दिया था। अबतक ऐसा हुआ नहीं है।

रेलवे अधिकारी बोले, पहला मामला  

उधर, रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी (बरेली) राजेंद्र सिंह का कहना है कि सर्विस रिकार्ड में लिंग परिवर्तन का नियम नहीं है। इसलिए मामला पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय भेजा है। उधर, पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय गोरखपुर के जनसंपर्क अधिकारी सीपी चौहान का कहना है कि नियमपूर्वक कार्यवाही की जाएगी। कहा कि पहली बार इस तरह का मामला सामने आया है।

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