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एमपी-यूपी के बालू माफियाओं में डेढ़ घंटे चलीं गोलियां, 1 घायल, 200 जानें फसीं

गोलीबारी के बाद खदान पर मौजूद पुलिस बल और पीछे की ओर बालू से लदी गाड़ियां और काम करते मजदूर।

समरनीति न्यूज, बांदाः अवैध खनन को लेकर बालू माफियाओं के बीच सुलग रही रंजिश की चिंगारी ने बुधवार को भयानक रूप अख्तियार कर लिया। दरअसल, अवैध खनन के इस खेल में दोनों ही ओर से भाजपा के कुछ बड़े नेता शामिल हैं। यही वजह है कि दोनों ओर के बालू माफियाओं का दुस्साहस बुधवार को सिर चढ़कर बोला। बांदा की कुलावल रायपुर खदान के ठेकेदार और उसके गुर्गों व मध्यप्रदेश के बालू माफियाओं के बीच बुधवार को दिनदहाड़े  करीब डेढ़ घंटे तक 50 से 100 राउंड गोलियां चलीं। गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरा बार्डर गूंज उठा। खदानों पर काम कर रहे करीब दो सौ से ज्यादा मजदूरों ने नदी में कूदकर, बालू के ढेर के पीछे छिपकर व पहाड़ों के पीछे भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई। गोलीबारी में मध्यप्रदेश का एक व्यक्ति जांघ में गोली लगने से घायल भी हो गया। उसको इलाज के लिए छतरपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दोनों राज्यों की सीमा पर स्थित बांदा की कुलावल रायपुर खदान पर राजस्व टीम व पुलिस के जवान।

बताते हैं कि दोनों ओर के माफियाओं के बीच गोलीबारी उस समय शुरू हुई जब दोपहर करीब 2 बजे मध्यप्रदेश की तरफ वाले कुछ लोग मध्यप्रदेश के गौरिहार तहसील के तहसीलदार और हल्का लेखपाल को लेकर बांदा (यूपी) की सीमा में आने वाली कोलावल रायपुर खदान पर पहुंचे। वहां इन लोगों ने खदान के ठेकेदार पर आरोप लगाया कि वह उनकी एमपी वाले हिस्से की खदान में खनन करा रहा है। उन लोगों ने खदान की सीमांकन कराने की बात कही। लेकिन सहमति नहीं बनी।

सूत्रों की माने तो इस दौरान दोनों ओर से कथित भाजपा नेताओं के कुछ गुर्गे भी मौजूद थे जिस कारण माफियाओं का दुस्साहस बढ़ा हुआ था जब सीमांकन को लेकर बात नहीं बनी तो एमपी की ओऱ से आए बालू माफिया बांदा वाले ठेकेदार की जेसीबी मशीन के चालक पर बंदूक तान दी। इतना ही नहीं उसे खींचकर अपनी ओर ले गए। इसपर यूपी के माफियाओं ने ललकारते हुए गोली चला दी। इसके बाद दोनों ओर से करीब डेढ़ घंटे तक 50 से 100 राउंड गोलियां चलीं। इससे पूरा इलाका गूंज उठा।

बालू माफियाओं में गोलीबारी के बाद बांदा की कोलावल रायपुर खदान पर मौजूद यूपी-एमपी पुलिस।

आसपास के गांव के लोग भी दहशत में आ गए। इसी दौरान जांघ में गोली लगने से मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के थाना गोयरा क्षेत्र के कंधैला गांव निवासी रुद्र प्रताप पटेल गंभीर रूप से घायल हो गया। लोगों का कहना है कि घायल होने वाला व्यक्ति एक भाजपा विधायक का पूर्व प्रतिनिधि है। घायल को गोयरा पुलिस ने छतरपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।

गोलीबारी के बाद वहां फंसे लोगों को निकालकर लाती पुलिस।

उधर, गोलीबारी की सूचना पाकर एमपी के सरबई व गोयरा थानों तथा यूपी के बांदा के गिरवां थानाध्यक्ष नीरज यादव, खत्रीपहाड़ पुलिस चौकी के इंचार्ज अरविंद मिश्रा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।

इसके बाद दोनों राज्यों के राजस्व अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। देर रात तक भारी पुलिस बल दोनों ओर से सीमा पर मौजूद रहा। हांलाकि पुलिस ने किसी को गिरफ्तार या हिरासत में नहीं लिया है। न ही ऐसी कोई सूचना मिली है।

डेढ़ घंटे तक 200 से ज्यादा लोगों की जान फंसी रही 

बांदा के कोलावल रायपुर में आज हुई गोलीबारी में डेढ़ घंटे तक खदानों पर दोनों ओर काम कर रहे दो सौ से ज्यादा मजदूरों की जान फंसी रही। दरअसल, अचानक हुई इस गैंगवार के दौरान खदान पर मजदूर अपना काम कर रहे थे।

ऐसे में सभी ने इधर-उधर भागकर अपनी जान बचाई। बताते हैं कि उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के बार्डर पर स्थित बांदा जिले की कुलावल खदान और मध्यप्रदेश की रामपुर खदान आमने-सामने हैं।

दोनों खदानों में खनन को लेकर अक्सर दोनों ओर से बालू माफियाओं के बीच तकरार चलती आ रही है। एमपी वाले माफियाओं का कहना है कि यूपी की खदान का ठेकेदार उनके इलाके में खनन करा रहा है।