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प्रियंका की लखनऊ में होने वाली 10 फरवरी की रैली टली, अब नए सिरे से बनाया जा रहा है प्लान

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी।

समरनीति न्यूज, पोलिटिकल डेस्कः फिलहाल कांग्रेस की राष्टï्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की 10 फरवरी को प्रस्तावित लखनऊ की रैली टाल दी गई है। अब प्रियंका गांधी लखनऊ के बजाय प्रयागराज से उत्तर प्रदेश का दौरा शुरु करेंगी। कयास यह भी लगाया जा रहा है कि प्रियंका कुंभ स्नान करने जा सकती हैं और साथ इलाहाबाद में आनंद भवन भी जायेंगी। मालूम हो 23 जनवरी को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाते हुए पूर्वांचल की जिम्मेदारी सौंपी थी।

मास्टर स्ट्रोक मानी जा रही प्रियंका की इंट्री  

इसके साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी यूपी की कमान दी गई थी। प्रियंका की राजनीतिक एंट्री को कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा है। प्रियंका की सक्रिय राजनीति में आने की खबर से कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ गया है। सभी बेशब्री से उस दिन का इंतजार कर रहे है जब प्रियंका गांधी कार्यभार संभालेंगी और उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं से रूबरू होंगी।

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पहले प्रियंका की सियासी लांचिंग के लिए 10 फरवरी को लखनऊ के रमाबाई मैदान में रैली आयोजित की गई थी लेकिन अब रैली को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। फिलहाल प्रियंका सोमवार को विदेश से वापस भारत लौट आयी हैं और अब बदली हुई रणनीति के तहत उनकी लिए उत्तर प्रदेश में नए सिरे प्लान बनाए जा रहे हैं।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी।

कुंभ के बाद शुरू हो सकता है दौरा  

माना जा रहा है कि कुंभ के स्नान के साथ प्रियंका का सूबे का दौरा शुरू हो सकता है। प्रियंका लखनऊ में कर सकती हैं बैठक कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी कुंभ में डुबकी लगाने के बाद लखनऊ आएंगी। यहां वो कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बड़ी बैठक कर सकती है।

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इसके साथ पार्टी मुख्यालय में बने नए कांफ्रेंस हॉल का उद्घाटन करेंगी। फिलहाल प्रियंका के कुंभ स्नान को सॉफ्ट हिंदुत्व कार्ड के साथ-साथ प्रयागराज की आसपास की करीब आधा दर्जन लोकसभा सीटों को साधने की रणनीति मानी जा रही है। प्रयागराज से सटी हुई इलाहाबाद, फूलपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, भदोही और मछलीशहर लोकसभा सीटें हैं।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी।

प्रियंका पर है पूर्वांचल की जिम्मेदारी  

प्रियंका के सक्रिय राजनीति में आने से पूरे देश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह है, लेकिन उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ता खासा उत्साहित हैं चूंकि प्रियंका को पूर्वांचल की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं इसलिए यूपी के कार्यकर्ताओं में जोश उफान पर है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की नैया पार करने की जिम्मेदारी प्रियंका पर है जिस पूर्वांचल की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी पर हैं उस हिस्से में अवध और निचले दोआब इलाके भी शामिल हैं।

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इसके तहत 9 मंडल की  42 लोकसभा सीटें आती हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश ब्राह्मणों के लिहाज से सबसे बड़ा इलाका है और यही वजह है कि कांग्रेस के लिए मुफीद माना जा रहा है। दरअसल 2009 के लोकसभा चुनाव में जब कांग्रेस ने सूबे से 21 सीटें जीतीं थी, उसमें 18 सीटें इन्हीं इलाके की थीं। 1984 के बाद कांग्रेस को उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा सीटें थीं।