समरनीति न्यूज, बांदाः बुंदेलखंड में एक ओर सरकार जहां घर-घर पेयजल पहुंचाने के लिए करोड़ों रुपए की योजना शुरू करने जा रही है, वहीं जलसंस्थान और जल निगम विभाग के अधिकारी करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी लोगों को गंदा पानी पिला रहे हैं। दरअसल, शहर में गंदे पेयजल की आपूर्ति ऐसी समस्या है जिससे हर कोई परेशान है। विभाग पेयजल के नाम पर करोड़ो रुपए का बजट खर्च करता है, लेकिन आम लोगों को गंदा पानी ही पीने को मिलता है। इंदिरानगर और आवास विकास इलाके में गंदे व बदबूदार पानी की आपूर्ति आम बात हो गई है।
गंदे पानी की सप्लाई के खिलाफ लोगों में नाराजगी
जल संस्थान के अधिकारियों को लिखित व मौखिक तौर पर अवगत कराया गया, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। गुरुवार को मुहल्ले के लोगों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। साथ ही समस्या से छुटकारा दिलाने की मांग की है। आवास विकास के लोगों ने जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में बताया है कि आवास विकास ए ब्लाक में सुबह 7 से 8 बजे तक पानी की आपूर्ति की जाती है।
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जलापूर्ति के दौरान बहुत ही गंदा और बदबूदार पानी टोटियों से लोगों के घरों में पहुंच रहा है। कई बार जल संस्थान के अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। मुहल्लेवासियों का कहना है कि पाइप लाइन कहीं से टूट जाने के कारण नाली और सीवर का पानी आपूर्ति के साथ लोगों के घरों में पहुंच रहा है। लोग बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। मुहल्ले के लोगों ने जिलाधिकारी से जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
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