समरनीति न्यूज, औरैयाः बीती 14/15 अगस्त को औरैया के कुदरकोट मन्दिर में हुए साधुओं के हत्याकांड का मामला फिर सुर्खियों में है। इसकी वजह है हत्याकांड में दो साधुओं की पहले ही मौत हो गई थी जबकि उस दौरान गंभीर रूप से मरणासन्न हालत में मिले तीसरे साधु की आज सैफई में इलाज के दौरान मौत हो गई। बताते चलें कि पुलिस इस मामले में हत्यारोपियों को पहले ही गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है।
गोकशी के विरोध पर हुई थी साधुओं की हत्या, हत्यारोपियों को जेल भेज चुकी है पुलिस
बताते चलें कि बिधूना कोतवाली के कुदरकोट भयानक नाथ मंदिर में 14/15 की रात को गोकशी का विरोध करने की रंजिश में मंदिर के दो साधुओं की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी जबकि तीसरा इस दौरान मरणासन्न मिला था। मरणासन्न मिले साधु रामशरण (55) निवासी बीबीपुर, बिधूना को सैफई अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां लगातार उसकी हालत गंभीर बनी रही। इसी दौरान बीती रात उसने दम तोड़ दिया।
जेल में हैं मामले के हत्यारोपी
मामले में हत्यारोपियों को पुलिस पहले ही पकड़कर जेल भेज चुकी है। हत्या की वजह साधुओं द्वारा इलाके में गोकशी की घटनाओं का विरोध करना बताया गया था। पुलिस का कहना है कि तीसरे साधु की मौत के बाद उसकी हत्या की धाराएं भी आरोपियों के खिलाफ दर्ज मुकदमें में बढ़ा दी जाएंगी।
ये था पूरा घटनाक्रम
कुदरकोट में भयानक नाथ मंदिर में लज्जा राम (65), हल्के राम (50) निवासी धीनोरा थाना बकेवर (इटावा) तथा रामशरण (55) निवासी बीबीपुर बिधूना एक साल से कुदरकोट मंदिर पर देखभाल कर रहे थे। बताया जा रहा है कि तीनों आसपास के क्षेत्रों में हो रहीं गोकाशी की घटनाओं का विरोध करते थे। मंगलवार तीनों मंदिर में आरती-पूजन करने के बाद बरामदे में सो गए थे।
मुख्य खबरः अपडेटः औरैया में दो साधुओं की हत्या, तीसरे की हालत मरणासन्न, बवाल-आगजनी के बाद लाठीचार्ज
अगले दिन सुबह लोग मंदिर पूजा के लिए पहुंचे तो तीनों खून से लथपथ पड़े थे। सूचना पर पहुंची पुलिस तीनों को अस्पताल ले गई थी। वहां चिकित्सकों ने देखते ही दो साधुओं को मृत घोषित कर दिया था जबकि तीसरे साधु रामशरण को सैफई भेज दिया गया था। घटना के बाद नाराज ग्रामीणों ने हंगामा भी किया था।
पांच आरोपियों को गिरफ्तार करके भेजा था जेल
बताते चलें कि इस हत्याकांड के बाद खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरी नाराजगी जताई थी। मुख्यमंत्री योगी ने घटना के खुलासे और हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के आदेश दिए थे। इसके बाद पुलिस टीमों ने कई टीमें गठिक करके हत्यारों की तलाश की थी। पुलिस ने हत्यारोपी सलमान, नदीम, शहजाद, मजनू और जब्बार सभी को भागते समय गिरफ्तार लिया गया था। इन सभी को जेल भेज दिया गया था। पुलिस का कहना था कि हत्या की वजह गोकशी को लेकर साधुओं द्वारा विरोध करना था।