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सीबीआई सुलझाएगी एडिशनल एसपी राजेश साहनी की मौत की गुत्थी

एएसपी राजेश साहनी (फाइल फोटो)

लखनऊः  एंटी टैरेरिस्ट स्कवायड यानी एटीएस के एडिशनल एसपी राजेश साहनी की मौत की गुत्थी उलझती जा रही है। अबतक उनकी मौत को आत्महत्या माना जा रहा था लेकिन घटना के बाद कई बातें ऐसी उठकर सामने आई हैं जिससे साफ है कि उनकी मौत आत्महत्या को कतई नहीं थी बल्कि कहीं न कहीं कुछ ऐसा गड़बड़ जरूर है। यही वजह है कि खुद मुख्यमंत्री ने मामले का संज्ञान लिया।

और अब सरकार मामले की सीबीआई जांच कराएगी। जिस दिन श्री साहनी की मौत हुई बताया जाता है कि उस दिन वह छुट्टी पर थे और उनको छुट्टी से ड्यूटी पर बुलाया गया था। इसलिए उनकी मौत को लेकर और सवाल उठ रहे हैं। मामले में प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी के मुताबिक, सीएम ने प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी से इस संबंध में पूरी जानकारी ली। उसके बाद मुख्यमंत्री योगी ने तत्काल मामले की सीबीआई जांच का फैसला लिया।

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बहरहाल सीबीआई जांच के बाद ही मामले की पूरी सच्चाई सामने आ सकेगी। लेकिन इस पूरे मामले ने एक बार पूरे महकमे की नींद उड़ाकर रख दी है। पीपीएस एसोसिएशन ने बैठक कर एएसपी के परिवार को सभी सुविधाएं दी जाएं। एसोशिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि जब एएसपी राजेश साहनी को छुट्टी के दिन आफिस बुलाया गया था तो उनको आन ड्यूटी माना जाना चाहिए। जबकि ऐसा नहीं हो रहा है। यह गलत है।

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प्रारंभिकतौर पर उनकी मौत को आत्महत्या माना जा रहा था लेकिन सरकर ने सीबीआई जांच कराने का फैसला किया है। इससे साफ है कि उनकी मौत के पीछे आतंकी संगठन का हाथ होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। हाल ही में आईएसआई के एक आतंकी को उन्होंने उत्तराखंड से गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाई थी। मामले को उससे जोड़कर भी देखा जा रहा है।