Sunday, May 12सही समय पर सच्ची खबर...

तगड़ा सबकः डीएम ही नहीं, नप गए नीचे वाले भी, एफआईआर

.

समरनीति न्यूज, लखनऊः मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के दो डीएम को निलंबित कर यह बता दिया है अब प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। लोकसभा के चुनावी साल में सरकार ने साफ कर दिया है कि अब करो या हटो। इतना ही नहीं सरकार ने इस बार दोनों डीएम के साथ ही इनके नीचे वाले यानी अधीनस्थों को भी तगड़ा सबक सिखाया है।

आधा दर्जन नीचे के अधिकारियों को निलंबित करने के साथ ही उनके खिलाफ लापरवाही और अन्य मामलों में एफआईआर कराई जा रही है। दोनों ही जिलों में यह कार्रवाई हुई है। इससे सरकारी महकमों में हड़कंप मचा है।

फतेहपुर में.. 

18 दिन तक नहीं हुई खरीद, किसानों को नहीं मिल रहे थे टोकन  

निलंबन के इस मामले में सूचना एंव जनसंपर्क विभाग की ओर से पत्र जारी करते हुए जानकारी दी गई है कि फतेहपुर के डीएम कुमार प्रशांत को गेहूं खरीद में भारी अनियमितता और शिथिलता मिलने की वजह से उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया है कि 31 मई 2018 को विशेष सचिव खाद्य, अपर आयुक्त द्वारा गेहूं खरीद केंद्रों का निरीक्षण किया गया था। इस दौरान जांच में पाया गया था कि 13 मई के बाद से उस अवधि में कोई खरीद ही नहीं हुई थी। यानी 18 दिन तक खरीद न होने का कोई कारण ही नहीं बनता था।

सरकारी प्रवक्ता ने कहा है कि फतेहपुर गए दोनों उच्चाधिकारियों ने गेहूं खरीद केंद्रों पर घोर लापरवाही पाई। जांच कर इस मामले में उच्चाधिकारियों ने 6 जून को किसानों को टोकन देने में लापरवाही और 18 दिन तक गेहूं खरीद न होने के मामले में दोषी पाते हुए क्रय केंद्र प्रभारी  नरेंद्र कुमार, फतेहपुर के ही जिला प्रबंधकपीसीएफ मोहम्मद रफीक अंसारी को भी निलंबित कर दिया गया है। जिला प्रबंधक यूपी एग्रो गुलाब सिंह को निलंबित करने की संस्तुति की गई है। विपणन शाखा के क्रय केंद्रों में दोषी विपणन निरीक्षक शक्ति जायसवाल, जिला खाद्य विपणन अधिकारी घनश्याम के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करते हुए उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जा रही है।

गोंडा में .. 

9162 बोरियों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का अनाज कालाबाजारी के लिए रखा था गोदाम में 

वहीं गोंडा डीएम के निलंबन के संबंध में सरकारी प्रवक्ता ने कहा है कि यह कार्रवाई जिलाधिकारी की अप्रभावी व  अत्यधिक शिथिल नियंत्रण को गंभीरता से लेते हुए की गई है। उनके साथ ही प्रभारी जिलापूर्ति अधिकारी राजीव कुमार, जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजय विक्रम सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए एफआईआर के आदेश दिए हैं।

शिकायत मिलने पर राज्यस्तरीय जांच में खुली पूरी बात, दोषियों के खिलाफ रिपोर्ट कराई जाएगी दर्ज 

बताया गया है कि 9162 बोरियों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का खाद्यान्न कालाबाजारी के उद्देश्य से गोदाम में रखा हुआ मिला। प्रकरण संज्ञान में आने के बाद राज्य मुख्यालय से जांच कराई गई।

(संबंधित खबर) फतेहपुर के डीएम प्रशांत कुमार व गोंडा के डीएम जेबी सिंह निलंबित

इसमें केंद्र विपणन निरीक्षक भारत सिंह झांझरी, महेश प्रसाद पूर्ति निरीक्षक, खाद्य नियंत्रक राजेश कुमार, केके सिंह, उपायुक्त खाद्य सत्येंद्र सिंह के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है।