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बांदा में बालू खदान पर मजदूर की संदिग्ध हालात में मौत पर भड़का बवाल, कई लोग घायल, गोलियां भी चलीं

बांदा की खप्टिहा खदान पर गुस्साए ग्रामीणों को शांत कराने का प्रयास कर पुलिसकर्मी।

समरनीति न्यूज, बांदाः जिले के खप्टिहाकला थाना क्षेत्र में स्थित चर्चित बालू खदान पर एक मजदूरी की संदिग्ध हालात में पोकलैंड मशीन के नीचे दबकर मौत हो गई। इन अनहोनी के बाद मृतक युवक के परिवार और गांव वाले मौके पर पहुंचे। बताते हैं कि खदान संचालक और उसके गुर्गे शव को जबरन उठाकर ले जाने लगे। इसके बाद परिजनों के साथ-साथ ग्रामीणों में आक्रोश फूट पड़ा। इसके बाद ग्रामीणों और गुर्गों में मारपीट शुरू हो गई। ग्रामीणों ने वहां खड़ीं खदान संचालकों और उसके गुर्गों के शीशे फोड़ डाले।

खदान पर पोकलैंड मशीन के नीचे दबे युवक के शव के पास रोती-बिलखतीं परिवार की महिलाएं।

जमकर हुई मारपीट, गोलियां भी चलाई गईं 

बताते हैं कि खदान पर मौजूद कुछ गुंडे किस्म के लोगों ने बंदूकों और असलहों से ताबड़तोड़ गोलियां चलाना शुरू कर दिया। इससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। वहां खड़ी एक बुलेरो के शीशे भी टूट गए। उधर, बवाल की सूचना मिलते ही आसपास के थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा। और मुख्यालय से अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। बताते हैं कि काफी प्रयास के बाद अधिकारियों ने ग्रामीणों को शांत किया। इसके बाद दोनों पक्षों से करीब आधा दर्जन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

खदान पर गुस्साए ग्रामीणों को शांत कराने का प्रयास कर पुलिसकर्मी।

बुधवार दोपहर बाद का मामला  

बताया जाता है कि पैलानी थाना क्षेत्र के खप्टिहाकलां गांव स्थित खदान पर बुधवार दोपहर पोकलैंड मशीन से बालू भरे ट्रकों के लिए रास्ता बनाया जा रहा था। इसी दौरान खप्टिहाकलां गांव निवासी मजदूर लोचन (40) पुत्र रामसजीवन निषाद की वहां मशीन के नीचे दबकर संदिग्ध हालात में मौत हो गई। गांव के लड़के की मौत की खबर पर परिवार के लोग लाठी-डंडे लेकर खदान पर पहुंचे। लोगों का कहना है कि वहां मौजूद संचालक के गुर्गों ने ग्रामीणों को आंख दिखाना शुरू कर दिया।

खदान पर गुस्साए ग्रामीणों को शांत कराने का प्रयास कर पुलिसकर्मी।

जबरन शव उठा ले जाने से भड़का बवाल 

इतना ही नहीं खदान पर मौजूद लोग शव को जबरन बंदूक दिखाकर उठाकर ले जाने लगे। इससे ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया। फिर दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई तो खदान पर मौजूद संचालक के गुर्गों ने लाइसेंसी असलहों से हवा में गोलियां चलाना शुरू कर दिया। इससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। मारपीट में ग्रामीणों में अमित, जगतपाल, मुखराम, बलराम समेत एक दर्जन लोगों को चोटें आईं हैं।

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वहीं दूसरी ओर खदान संचालक के गुर्गे मुस्तफा खां, लल्लू के सिर में गंभीर चोटें आईं। वहीं अन्य लोग भी घायल हुए हैं। सूचना पाकर एसओ पैलानी श्रीप्रकाश यादव, एसओ जसपुरा दुर्ग विजय सिंह, एसओ चिल्ला तथा सीओ चिल्ला पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे।

खदान पर गुस्साए ग्रामीणों को शांत कराने का प्रयास कर पुलिसकर्मी तथा ग्रामीणों की भीड़।

कई थानों का पुलिस फोर्स पहुंचा 

मृतक के भाई बलराम निषाद ने कहा कि जब वे लोग मौके पर पहुंचे तो खदान के लोग बंदूक से उन सभी को डराते हुए शव को जीप में डालकर ले जाने लगे। मना करने पर बंदूर लगाकर धमकाने लगे। इतना ही नहीं ग्रामीणों के साथ मारपीट करने लगे। इसके बाद ही बवाल शुरू हुआ। हांलाकि खदान संचालक और उसके गुर्गों का कहना है कि ग्रामीणों ने बवाल शुरू किया।

खदान पर गुस्साए ग्रामीणों को शांत कराने का प्रयास कर पुलिसकर्मी।

15 लाख में हुआ समझौता.!

सूत्रों का कहना है कि खदान संचालकों ने मृतक मजदूर के परिजनों को 15 लाख रुपए की आर्थिक मदद का भरोसा दिलाते हुए समझौता किया है। हालांकि परिजनों ने 20 लाख रुपए की मांग की थी। उधर, पैलानी थानाध्यक्ष श्रीप्रकाश यादव ने मामले में तहरीर न मिलने की बात कही। कहा कि तहरीर मिलेगी तो रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। मामले में थाना पुलिस की भूमिका बेहद निंदनीय रही।

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