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हाल-ए-बांदा जिला अस्पताल, तीमारदार खींचते हैं स्ट्रेचर, मरीज पकड़ता है खुद ड्रिप की बोतल

जिला अस्पताल में बिना स्वास्थ्य कर्मी या वार्ड ब्याय के मरीज और तीमारदार।

समरनीति न्यूज, बांदाः चित्रकूटधाम मंडल मुख्यालय का जिला अस्पताल बांदा, मरीजों को सुविधाएं उपलब्ध कराने में नाकाम साबित हो रहा है। इतने बड़े अस्पताल में कर्मचारियों की इतनी भी कमी नहीं है लेकिन जब मरीजों को संभालने की बात होती है तो तीमारदारों और मरीजों को खुद मशक्कत करनी पड़ती है। एक्सीडेंट या फिर अन्य हड्डी रोग से संबंधित आने वाले मरीजों को चिकित्सक एक्सरे लिख देते हैं।

जिला अस्पताल में बिना स्वास्थ्य कर्मी या वार्ड ब्याय के मरीज और तीमारदार।

एक्सरे कराने के लिए जब तीमारदार स्वास्थ्य कर्मचारियों से साथ चलने की बात कहता है तो वह तीमारदार को स्ट्रेचर थमा देते हैं और मरीज के हाथ में चढ़ने वाली ड्रिप की बोतल। बेचारे तीमारदार अपने मरीज को स्ट्रेचर पर लिटाकर खींचते हैं तो मरीज अपनी ड्रिप की बोतल संभाले रहते हैं। ऐसी तस्वीरे बांदा में जिला अस्पताल में कोई नई बात नहीं हैं।

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उधर, इस संबंध में सीएमएस डा. किशोरीलाल से बात की गई। उन्होंने कहा कि कई बार तीमारदार खुद ही स्ट्रेचर उठाकर मरीज को लादकर एक्सरे या फिर अन्य जांच कराने के लिए चले जाते हैं। स्वास्थ्य कर्मचारी के साथ आने का इंतजार नहीं करते। सीएमएस ने कहा कि लगभग सभी जांचें अस्पताल कैंपस में ही होती हैं, चंद कदम की दूरी पर कक्ष बने हुए हैं। इसलिए स्वास्थ्य कर्मचारियों की आवश्यकता पड़ने पर उपलब्ध कराया जाता है।

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