समरनीति न्यूज, कानपुरः स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मानवती आर्या का शुक्रवार को 99 साल की उम्र में निधन हो गया। बताते चलें कि स्वर्गीय मानवती आर्या नेताजी सुभाष चंद बोस की आजाद हिंद फौज (आईएनए) में रही थीं। वह रानी लक्ष्मीबाई वूमेन विंग की लेफ़्टनेंट के तौर पर काम कर चुकी थीं। वे अपने नेत्र और शरीर दान कर चुकी थीं, इसलिए उनका पार्थिव शरीर मेडिकल कालेज को सौंपा जाएगा। 1020 में स्व. मानवती का जन्म तत्कालीन वर्मा (म्यानमार) के मैक्टिला शहर में हुआ था।
वर्मा म्यानमार में हुआ था जन्म
बताया जाता है कि मानवती आर्या के पिता वर्मा (म्यानमार) में डाक विभाग में नौकरी करते थे। बाद में जब 1935 में वर्मा, भारत से अलग हो गया तो वे परिवार के साथ भारत आ गए थे। हालांकि, वह मूलरूप से फैजाबाद के टांडा शहर की रहने वाली थीं, लेकिन 1948 में परिवार के साथ कानपुर आ गई थीं। यहां उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार केसी आर्या से विवाह किया। शुक्रवार देर शाम उनके निधन से शहर में शोक की लहर दौड़ गई।
श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे लोग
जानकारी होने पर अधिकांश लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे। बताया जाता है कि 21 साल की की उम्र में मानवती आर्या उस वक्त नेताजी सुभाष चंद्र बोस के अभियान से जुड़ीं थीं। नेता जी के संपर्क में आने के बाद मानवती जी ने कुछ वक्त तक फारवर्ड ब्लाक में कामकाज देखा। इसी दौरान पढ़ाई करते हुए बीए और दूसरी डिग्रियां हांसिल कीं। उनके बेटे दिनेश आर्या ने मां ने देहदान किया था।
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