समरनीति न्यूज, कानपुर/बांदाः आज रविवार को सूर्यग्रहण का बड़ा ही सुंदर नजारा देखने को मिला। कानपुर और आसपास के जिलों में भी लोगों ने इस अद्भुत नजारे को देखा। हालांकि, लोग एक दिन पहले से ही इसे देखने को उतावले थे। यही वजह है कि इसके लिए पूरी तैयारी भी कर रखी थी। कानपुर में जहां लोगों ने इसे देखा। वहीं बांदा में भी लोग पीछे नहीं रहे। साइंस रिसर्च क्लब (बांदा) की टीम ने सूर्य ग्रहण का अवलोकन किया। इस दौरान अद्भुत नजारा देखने को मिला। खगोल विज्ञान की इस महत्वपूर्ण घटना वलयाकार सूर्यग्रहण को बांदा में भी साफतौर पर देखा जा सका।
अब 21 मई 2031 को दिखाई देने की संभावना
ऐसे में साइंस क्लब ने समाज में व्याप्त विभिन्न तरह की ग्रहण संबंधी अंधविश्वास को दूर करने के लिए संदेश दिया। साइंस रिसर्च क्लब के प्रमुख शनि कुमार ने बताया कि प्रकृति में विभिन्न तरह की घटनाएं हो रही हैं लेकिन सूर्य ग्रहण की यह घटना अपने आप में अत्यंत रोचक एवं अद्भुत है। यदि हम इस घटना का अवलोकन 2021 यानी आज नहीं कर पाए तो हमें 21 मई 2031 तक इंतजार करना होगा।
नंगी आंखों से देखना हानिकारक
वहीं डॉक्टर अरुण कुमार ने बताया कि ग्रहण जैसी घटनाएं पूर्व से ही होती चली आ रही हैं। ग्रहण घटना केवल पिंडों की छाया का खेल है जब दो खगोलीय पिंड के बीच तीसरा पिंड आ जाता है तो उसकी छाया के कारण हमें ग्रहण का एहसास होता है। इसी प्रकार सूर्य और पृथ्वी के बीच जब चंद्रमा आ जाता है तो हमें सूर्य ग्रहण का अवलोकन करने को मिलता है।
डा. श्वेता ने बताया कि ग्रहण का अवलोकन करने के लिए हमें बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि सूर्य एक प्रकाश में खगोलीय पिंड है जिस को नंगी आंखों से देखना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। इसके लिए हमें या तो सोलर फिल्टर का प्रयोग करना चाहिए या फिर सबसे उचित है की हमें सूर्य के प्रतिबिंब को बनाकर यानी प्रोजेक्शन मेथड से देखना चाहिए। इससे हमारी आंखों को किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती है। क्लब की सदस्य एस. रागिनी ने बताया कि सूर्य ग्रहण का अवलोकन लगभग 10:26 से 1:58 तक किया जा सका। लेकिन चरम पर 12: 11 के आसपास दिखा। यह घटना लगभग साढ़े 3 घंटे तक चली।
ये भी पढ़ेंः चंद्रग्रहण के बाद आयोध्या में सरयू स्नान को उमड़ी श्रद्धालुओं की भी़ड़
ये भी पढ़ेंः यूपीः कानपुर-सीतापुर-सहारनपुर के SP/SSP समेत 14 IPS के तबादले