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1975 के आपातकाल से ज्यादा खतरनाक आज के हालात, सरकारी संस्थाओं पर सरकार का कब्जा – शत्रुघ्न सिन्हा

वाराणसी में आप की जनअधिकार रैली को संबोधित करते पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा।

समरनीति न्यूज, वाराणसीः देशभर में लोकसभा 2019 के चुनाव की तैयारियां तेज हो चुकी हैं। ऐसे में आम आदमी पार्टी भी पीछे नहीं रहना चाहती। आप ने तेजी दिखाते हुए दूसरे दलों के बागी नेताओं को एकजुट करने का काम शुरू कर दिया है। वाराणसी में आप द्वारा आयोजित जन अधिकार रैली में पूर्व मंत्री एवं भाजपा के कद्दावर नेता शत्रुघ्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा ने अपनी ही भाजपा सरकार को जमकर निशाने पर लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अपने मंत्रियों पर भी निशाना साधा। चुनाव आयोग और ईवीएम का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार का सभी सरकारी संस्थाओं पर कब्जा है और 1975 की इमरजेंसी से ज्यादा खतरनाक हालात आज देश में है। पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा सेहत खराब होने की वजह से पहुंच नहीं सके। लेकिन उन्होंने मोबाइल फोन पर ही जमकर सरकार पर हमला बोला।

चुनाव आयोग निशाने पर, आप के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द करने व गुजरात-हिमाचल चुनाव साथ न कराने पर घेरा   

प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में आयोजित आप की जनअधिकारी रैली में बोलते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि 1975 की इमरजेंसी बताकर लागू की गई थी और सबको पता था कि इमरजेंसी लागू है लेकिन आज देश के हालत बेहद खतरनाक हैं क्योंकि सरकार का सभी सरकारी संस्थाओं पर कब्जा है। इसका बड़ा उदाहरण चुनाव आयोग है। शत्रुघ्न सिंहा ने कहा कि चुनाव आयोग को क्या जरूरत थी कि गुजरात और हिमाचल के चुनाव एक साथ नहीं कराए। वह भी यह झूठ बोलकर कि बाढ़ राहत कार्य चल रहा है जबकि बाढ़ आई ही नहीं थी। उन्होंने कहा कि जो आपातकाल घोषित था उसमें भी जनता ने इंदिरा गांधी की सरकार को उखाड़ फेंका था फिर अब तो हालात और ज्यादा खतरनाक हैं जिनसे बचना बेहद जरूरी है। उन्होंने सत्ता के साथ-साथ व्यवस्था परिवर्तन की भी बात कही।

पीएम और मंत्रियों पर कसा तंज, कहा जैसे-तैसों को मंत्री बना डाला, मैं अटल बिहारी वाजपेई जी के जमाने में रहा हूं मंत्री 

प्रधानमंत्री मोदी और अपने सरकार के मंत्रियों पर तंज कसते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि एक वकील वकालत करते-करते मंत्री बना गया। एक टीवी एक्ट्रेस टीवी से निकलकर एचआरडी मिनिस्टर बन गई। तथाकथित चाय वाला चाय बेचता-बेचता प्रधानमंत्री बन गया। तो शत्रुघ्न सिन्हा अनुभव में किससे कम है, मैं जीएसटी और नोटबंदी पर क्यों नहीं बोल सकता हूं। कहा कि पार्टी के लोग कहते हैं कि मैं पार्टी के विरोध में बोलता हूं इसलिए मुझे मंत्री नहीं बनाया गया। मैं कहता हूं मैं तो अटल जी की सरकार में मंत्री था मेरा रिकार्ड क्या खराब था कि जैसे-तैसे को मंत्री बना दिया, मुझे नहीं।

ईवीएम पर चुटकी लेते हुए सूरत के चुनाव परिणाम पर उठाया सवाल, जीएसटी का मतलब बताया  “गईल सरकार तोहार ” 

नोटबंदी और जीएसटी पर हमला बोलते हुए कहा कि आजतक यह मेरी समझ में नहीं आई तो आम आदमी क्या समझेगा। कहा कि नोटबंदी से पहले ही लोग परेशान थे उपर से जीएसटी और थोप दिया गया। उन्होंने कहा कि बिहार में लोग मुझसे पूछते हैं कि जीएसटी का मतलब क्या है तो मैं कहता हूं गईल सरकार तोहार। इवीएम पर चुटकी लेते हुए कहा कि मैं इवीएम का नाम नहीं लेता। लेकिन इतना कहूंगा कि चुनाव से पहले कहा जा रहा था कि गुजरात के सूरत में सारी सीटें हारेंगे। क्योंकि सबसे ज्यादा जीएसटी से कपड़ा व्यापारी बर्बाद हुआ है लेकिन चुनाव के नतीजे आए तो सूरत की वजह से ही सरकार बना पाए। कहा कि संसद की कार्यवाही का समय घटा दिया गया। पूछने पर बोले, कि मंत्री-सांसद व्यस्त हैं चुनाव चल रहे हैं। हमने कहा कि क्या चचा की बारात है भाई जो मंत्री-सांसद व्यस्त हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने आप के अरविंद केजरीवाल की तारीफ करते हुए कहा कि उनके जैसा नेता कोई नहीं है।

यशवंत सिन्हा ने कहा सरकार ने खुद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव से बचने को घटा दी संसद कार्यवाही की समयसीमा 

उधर, फोन पर भाजपा नेता एवं देश के पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने भी रैली को संबोधित किया और जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि 1975 में जो आपातकाल था वह बताकर घोषित किया गया था। वाकायदा उसकी घोषणा हुई थी लेकिन अब देश में अघोषित आपातकाल है जिसकी बस घोषणा नहीं हुई है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल की तारीफ करते हुए कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार ने देश की सभी संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है। चुनाव आयोग इसका जीता-जागता उदाहरण है कि कैसे आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी थी। कहा कि संसद की समयसीमा घटा दी गई। ताकि सरकार के खिलाफ आने वाले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा न हो सके। सीबीआई और आयकर विभाग सरकार के इशारों पर काम कर रहे हैं।

अमहदाबांद बैंक में पुराने नोट जमा होने को लेकर अमित शाह पर भी साधा निशाना, बैंक के निदेशक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष  

अहमदाबाद बैंक में पुराने नोट जमा होने का जिक्र भी किया। कहा कि यह वहीं बैंक है जिसके निदेशक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हैं। यशवंत सिन्हा ने कहा कि लोग सड़कों पर उतरें और आंदोलन से जुड़े। अब नहीं चेते तो आगे कभी नहीं चेत सकेंगे।  इस मौके पर आप के नेताओं ने अपना दल के कृष्णा पटेल गुट का भी समर्थन पाया। अपना दल की प्रदेश अध्यक्ष पल्लवी को मंच पर बुलाया। इसके साथ ही कांग्रेस और सीपीआई के नेता भी वहां आए। इस मौके पर आप के नेता संजय सिंह आदि मौजूद रहे।