Monday, May 6सही समय पर सच्ची खबर...

पहली बार नहीं बढ़ाईं मुलायम ने अपने ही बेटे अखिलेश की मुश्किलें…

मुलायम सिंह और अखिलेश यादव।

समरनीति न्यूज, लखनऊः यह पहला मौका नहीं है जब मुलायम सिंह ने अपने ही बेटे सपा मुखिया अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ाने का काम किया हो। लोकसभा में प्रधानमंत्री को दोबारा पीएम बनने का आशीर्वाद देने के पीछे राजनीतिक हल्के में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ लोग इसे सीबीआई का डर बता रहे हैं तो कुछ लोग दूसरे कयास भी लगा रहे हैं। बहरहाल इतना तय है कि मुलायम सिंह का 16वीं लोकसभा के आखिरी दिन संसद में पीएम मोदी से यह कहना कि ‘हम कामना करते हैं कि आप दोबारा प्रधानमंत्री बनें।’ यह कोई अप्रत्याशित नहीं था बल्कि मुलायम शायद कई दिनों से इस दिन के इंतजार में रहे होंगे।

तल्खी के दौर में मुलायम का बयान 

मुलायम सिंह ने फिर से इस बयान ने उनके ही बेटे अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वह भी ऐसे समय में जब सपा खेमे में लखनऊ एयरपोर्ट पर अखिलेश यादव को योगी सरकार द्वारा जबरन रोके जाने के बाद तल्खी बढ़ी है और पीएम मोदी को दोबारा सत्ता में आने से रोकने के लिए 25 साल की कड़वाहट को भूलाकर सपा-बसपा ने गठबंधन किया है। ऐसे समय में मुलायम का यह बयान सपाइयों के लिए गले की हड्डी बन गया है। भले ही सपाई इसपर नेता जी (मुलायम सिंह) का बड़प्पन करार दे रहे हों।

मुलायम सिंह यादव।

जब-जब बोले, मुलायम

  • जनवरी 2018 को लोकबंधु राजनारायण की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्र में मुलायम ने कहा कि पार्टी में कुछ लोग गुटबाजी को बढ़ावा दे रहे हैं जो अच्छी बात नहीं है।
  • सपा ने गुजरात में अपने पांच उम्मीदवार मैदान में उतारे तो मुलायम ने कहा कि पांचों हारेंगे। वहीं यूपी चुनाव में अच्छा परिणाम न आने पर भी मुलायम ने कहा था कि चुनाव की जिम्मेदारी शिवपाल को दी जाती तो अच्छा होता।
  • सपा-कांग्रेस के गठबंधन पर मुलायम ने कहा था कि वह इसके पक्ष में नहीं हैं।
  • इसी तरह मुलायम ने कहा था कि अखिलेश ने तीन महीने के लिए अध्यक्ष बनाने को कहा था लेकिन इसके बाद भी अध्यक्ष बने हैं। उन्होंने वादा तोड़ा है।
  • मैनपुरी में एक कार्यक्रम में मुलायम ने कहा था कि अखिलेश को सीएम बनाना उनकी बड़ी भूल थी।