समरनीति न्यूज, बांदा : अतिक्रमण के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त आदेशों के बावजूद बांदा में अतिक्रमणकारी नियम-कानून को खुलेआम ठेंगा दिखा रहे हैं। बांदा विकास प्राधिकरण के ठीक सामने सड़क पर बनीं अवैध दुकानें पूरी सरकारी व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रही हैं। लोगों में चर्चा है कि एक स्थानीय नेता और अधिकारी का इन दुकानों को संरक्षण है। यही वजह है कि इन सील दुकानों को गुपचुप खुलवाकर पक्का निर्माण करा दिया गया।
नियम-कानून को मुंह चिढ़ा रहीं अतिक्रमण कर बनीं दुकानें
इतना ही नहीं सड़क पर जीना लगवाकर रास्ता भी दिलवाया गया। एक प्रशासनिक अधिकारी की दिलचस्पी लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी है। इसी वजह से दुकानों के खिलाफ एक्शन नहीं हो रहा है। पूरा मामला बीडीए की अतिक्रमणकारियों से मिलीभगत की पोल खोल रहा है।
बिना नक्शा पास दुकानों का सड़क से रास्ता
बताते चलें कि बांदा विकास प्राधिकरण के ठीक सामने सड़क के उस पार अवैध रूप से दुकानें बनी हैं। इन दुकानों को नक्शा पास न होने के कारण सील कर दिया गया था।
फिर कुछ महीनों पहले प्रशासन के एक अधिकारी ने प्रभावित होकर मामले में हस्तक्षेप किया। बस इसी के बाद दुकानों की सील गायब हो गई और एकाएक दुकानों पर पक्का निर्माण होकर मिठाई बिकने लगी।
सील होने के बाद गुपचुप खुलीं दुकानें
चौंकाने वाली बात यह है कि एक दुकान के ऊपर वाली मंजिल का रास्ता सड़क पर लोहे का जीना लगाकार बनाया गया है। अब इससे ज्यादा शर्म की बात बांदा विकास प्राधिकरण के लिए क्या होगी, कि उसके कार्यालय के ठीक सामने ये सबकुछ हुआ है। बीडीए अधिकारी कितने कर्मठ हैं, अंदाजा लगाया जा सकता है। कह सकते हैं कि बीडीए की मंजूरी से यह सबकुछ हो रहा है।
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