समरनीति न्यूज, बांदा/हमीरपुर : बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले के राठ स्वास्थ्य केंद्र में जहर खाने के बाद गंभीर हालत में ले जाए गए किसान की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि जहर खाने के बाद जब वे लोग गंभीर हालत में पीड़ित को लेकर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे तो डाक्टर वहां नहीं थे, बल्कि वार्ड ब्याय ने ग्लूकोज की बोतल लगाकर आगे कुछ इलाज करने से मना कर दिया। पूछने पर कहा कि डाक्टर आने वाले हैं। परिजनों का आरोप है कि 1 घंटे इलाज न मिलने पर उनकी मौत हो गई।
परिजन बोले, अस्पताल में नहीं थे डाक्टर
मामला हमीरपुर के राठ कोतवाली के बिगवां गांव से जुड़ा है। वहां रहने वाले कुंवरलाल (52) ने रविवार सुबह खेत पर जहर खा लिया। परिवार वालों का कहना है कि वह फसल के बर्बाद होने व कर्जा के चलते तनाव में थे। उनके बड़े भाई जयपाल आदि ने स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर भर्ती कराया।
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बड़े भाई ने आरोप लगाया कि डाक्टर के न होने के कारण उनके भाई को समय पर इलाज नहीं मिल सका। इसलिए उन्होंने दम तोड़ दिया। आरोप लगाया कि 3 घंटे बाद अस्पताल में सीएससी अधीक्षक पहुंचे। मृतक किसान के भाई ने बताया है कि उनकी चार बीघा जमीन थी। बेटी और बेटी की शादी के बाद कर्ज में दबे थे। तनाव में जहर खा लिया है। उधर, पुलिस को सूचना दे दी गई है। बताते हैं पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को भेजा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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