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कानपुर में पूर्व ब्लाक प्रमुख पर गोलियां चलाने वाला शार्पशूटर पुलिस की गोली से गिरा, दूसरा हिस्ट्रीशीटर फरार

पुलिस की गोली से घायल शार्पशूटर ताजबाबू।

समरनीति न्यूज, कानपुरः गुरुवार को कानपुर पुलिस और हिस्ट्रीशीटर शार्प शूटरों के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान पुलिस की गोली लगते ही शार्पशूटर हिस्ट्रीशीटर नीचे गिर पड़ा, जिसे पुलिस ने दबोच लिया। वहीं दूसरा कन्नौज का रहने वाला हिस्ट्रीशीटर मौके से भागने में कामयाब रहा। पुलिस उसकी भी तलाश कर रही है। बताते हैं कि गोली लगने से घायल हिस्ट्रीशीटर डी-117 गैंग का शार्पशूटर है और इसी शार्पशूटर ने जेल में बंद अपने आका के कहने पर बिल्हौर ट्रैक्टर एजेंसी के बाहर पूर्व ब्लाक प्रमुख पर गोलियां चलाईं थीं जिसमें वह बाल-बाल बच गए थे।

तीन दिन पहले बिल्हौर में किया था गोलीकांड  

बताया जाता है कि कानपुर में मकनपुर पुल के पास पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान बिल्हौर थाना क्षेत्र के अशफाक उल्लानगर के रहने वाले ताजबाबू के पैर में गोली लगी और बाद में वह पकड़ा गया। पुलिस ने उसके पास से एक तमंचा और कारतूस बरामद किए। इस दौरान उसका एक अन्य साथी कन्नौज जिले का हिस्ट्रीशीटर, अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। पकड़े गए बदमाश ने स्वीकार किया है कि डी-117 गैंग के मुखिया और इस वक्त जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर पंकज यादव उर्फ गोलू के कहने पर उसने पूर्व प्रमुख सुबोध कटियार पर तीन दिन पहले उस वक्त गोली चलाई थी। वारदात उस वक्त की गई थी जब वह बिल्हौर में ट्रैक्टर एजेंसी के बाहर खड़े थे।

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मामले में बिल्हौर इंस्पेक्टर ज्ञान सिंह ने का कहना है कि जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर पंकज उर्फ गोलू की इलाके के पूर्व चेयरमैन निर्भय यादव से रंजिश है। दोनों के बीच एक जमीन को लेकर विवाद चल रहा है और उसी जमीन का पूर्व ब्लाक प्रमुख सुबोध ने सौदा कर लिया था। इसी बाद से नाराज होकर हिस्ट्रीशीटर गोली ने जेल से अपने गैंग के साथी ताजबाबू को वारदात को अंजाम देने को कहा था। थानाध्यक्ष ने कहा कि जेल में बंद गोलू के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। घटना को पुलिस की बड़ी उपबल्धि माना जा रहा है। वहीं ताजबाबू के हवाले से पुलिस को कुछ और घटनाओं के खुलासे की उम्मीद है।

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