सुभाष शुक्ला, लखनऊ : बांदा के सर्राफा व्यवसाई से 50 किलो चांदी लूटने के मामले में इंस्पेक्टर, दरोगा और हेड कांस्टेबल को बर्खास्त कर दिया गया है। तीनों पुलिसकर्मी इस समय औरैया की जेल में बंद हैं। बताते चलें कि बांदा के सर्राफा व्यवसाई से चांदी लूटने की यह वारदात औरैया जिले में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर हुई थी। इसी मामले में आज शासन ने जेल में बंद तत्कालीन भोगनीपुर थाना प्रभारी अजय पाल सिंह कठेरिया, दरोगा चिंतन कौशिक और हेड कांस्टेबल राम शंकर यादव को बर्खास्त कर दिया है। वहीं लापरवाही पर भोगनीपुर सीओ तनु उपाध्याय से सर्किल का चार्ज लेकर उन्हें भी पुलिस लाइन में तैनात कर दिया है।
यह है लूट का पूरा मामला
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर बीती 6 जून की देर रात बांदा के सर्राफा व्यवसाई मनीष सोनी से 50 किलो चांदी की लूट हो गई थी। घटना से हड़कंप मच गया था। मामले में औरैया और कानपुर देहात पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की।
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इसके बाद भोगनीपुर थाने में तैनात रहे दरोगा चिंतन कौशिक के पुखरायां स्थित घर से लूट की चांदी बरामद की थी।
औरैया जेल में बंद हैं तीनों
आरोपी दरोगा और फिर भोगनीपुर थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी अजय पाल सिंह कठेरिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी हेड कांस्टेबल रामशंकर यादव फरार हो गया था। उसे बाद में पकड़ लिया गया था। तीनों को औरैया पुलिस को सौंप दिया गया था। तीनों को एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने अगले ही दिन निलंबित कर दिया था। अब उनकी सेवाएं भी समाप्त कर दी गई हैं।
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