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पाकिस्तान में 8 माह से कैद बांदा के मछुआरों का पता नहीं, विधायक ने गृहमंत्री को लिखी चिट्ठी

प्रतीकात्मक फोटो।

 

बांदाः बीते करीब आठ महीने से पाकिस्तान की जेलों में बंद बांदा के मछुआरों को छुटने के कोई आसार नहीं नजर आ रहे हैं। इन परिवारों के लोग परेशान हैं। सरकारें चुप्पी साधे बैठी हैं। मंत्रियों और सांसद से लेकर विधायक तक आश्वासन दे चुके हैं लेकिन कोई रास्ता निकलता नजर नहीं आ रहा है। जसईपुर के रहने वाले इन ग्यारह मछुआरों के बारे में गिरफ्तारी के बाद से कोई सूचना नहीं है। परिवार के लोग चिंता में है। किसी को नहीं पता कि अब उनके साथ क्या हो रहा है। क्षेत्रीय नेता भी अपने स्तर से प्रयास कर चुके हैं और कर भी रहे हैं लेकिन अबतक कोई पिक्चर साफ नहीं हुई है। ऐसे में परिवार के सामने जीवन यापन की समस्या भी पैदा होती जा रही है।

बीती 2 नंवबर से पाकिस्तान की जेल में बंद हैं बांदा के जसईपुर गांव के 11 मछुआरे  

बांदा के तिंदवारी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक ने अब इस मामले में गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर पूरी स्थिति से अवगत कराया है। विधायक ब्रजेश कुमार प्रजापति ने गृहमंत्री को पत्र भेजकर गुजारिश की है कि जल्द से जल्द इस मामले में कोई कारगर कदम उठाते हुए बांदा जिले के इन 11 मछुआरों को रिहा कराने की दिशा में कदम उठाए जाएं। विधायक प्रजापति ने पत्र में लिखा है कि इन मछुआरों के घरों में भुखमरी की नौबत आ गई है। परिवार के लोग बुरी तरह से परेशान हैं। न तो उनके अपनों का कुछ पता चल पा रहा है और न ही उसका जीवनयापन ठीक ढंग से चल रहा है।

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उधर, जसईपुर गांव में रहने वाले इन मछुआरों के परिवार के लोगों के सामने अंधेरा छाया हुआ है। घर परिवार की खुशियां जैसे कोई लूटकर ले गया है। इन लोगों को दिन-रात अपनों की चिंता सताए जा रही है। क्योंकि उनको नहीं पता कि आखिर पाकिस्तान में उनके साथ क्या हो रहा है या वे लोग किस हाल में हैं। ग्राम प्रधान ज्ञान यादव ने कहा है कि परिवार की देखभाल कर रहे हैं लेकिन उनको अपनों की चिंता है। इसलिए सभी लोग परेशान हैं।