Sunday, May 5सही समय पर सच्ची खबर...

विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए मैदान में उतरे एनसीपी प्रमुख शरद पवार

शरद पवार।

समरनीति न्यूज, डेस्कः लोकसभा चुनाव परिणाम आने में महज कुछ घंटे बचे हैं और सियासी घमासान चरम पर है। भाजपा और विपक्षी दल, छोटी पार्टियों को अपने पाले में करने की कोशिश में लगे हुए हैं। एनडीए पहले ही डिनर पार्टी में अपने सहयोगी दलों को बुलाकर कई संदेश दे चुकी है। वहीं विपक्ष के प्रमुख नेता भी बीजेपी की सरकार न बने इसके लिए मैदान में उतर चुके हैं। प्रमुख नेता उन सभी नेताओं से संपर्क कर रहे हैं जिनकी एनडीए के पाले में जाने की ज्यादा संभावना है। एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक एनडीए को बहुमत मिलता हुआ दिख रहा है। विपक्ष की ओर से अब चंद्रबाबू नायडू के अलावा एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हैं। मालूम हो कि शरद पवार उन पार्टियों को मिलाने की कोशिश कर रहे हैं, जो कभी एक दूसरे को धुर विरोधी रहे हैं।

पवार का प्रमुख नेताओं से संपर्क

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने वाईएसआर कांग्रेस नेता जगन मोहन रेड्डी, तेलंगाना राष्ट्र समिति नेता के चंद्रशेखर राव और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से संपर्क किया है। रिपोर्ट के मुताबिक अगर विपक्षी दलों को सरकार बनाने का मौका मिलता है तो ऐसे में समर्थन देने के लिए पवार ने केसीआर और नवीन पटनायक को कॉल किया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक नवीन पटनायक और केसीआर ने समर्थन देने का वादा किया है।

चंद्रबाबू नायडू के संपर्क में हैं पवार 

शरद पवार चंद्रबाबू नायडू के संपर्क में भी हैं। शरद पवार के अलावा चंद्रबाबू नायडू भी विपक्षी नेताओं से मुलाकात करके उन्हें एकजुट करने में जुटे हैं। नायडू ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बसपा प्रमुख मायावती, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से मुलाकात की। नायडू ने 21 मई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी और जेडीएस नेता एचडी देवगौड़ा से मुलाकात की।

जगन से नहीं हो पाई बातचीत

शरद पवार की नायडू के प्रमुख प्रतिद्वंदी जगन रेड्डी से अभी बातचीत नहीं हो पाई। दरअसल जगन अभी यात्रा पर है इसलिए एनसीपी प्रमुख उनसे संपर्क नहीं कर पाए। वहीं नवीन पटनायाक से जुड़े सूत्रों ने खुलासा किया कि उन्हें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कॉल किया था। कमलनाथ और नवीन पटनायक एक दूसरे को दून स्कूल से जानते हैं। ओडीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के बारे में कहा जा रहा है कि वह कांग्रेस और भाजपा दोनों के नेतृत्व वाले गठबंधन से दूरी बनाए रखना चाहते हैं लेकिन समर्थन वह उसी को करेंगे जो ओडीसा को अच्छा पैकेज देगा।

ये भी पढ़ेंः 7 वें चरण में यूपी में 13 सीटों पर मतदान जारी, चंदौली में दलितों को पैसे देकर रात में ही लगा दी स्याही पर हंगामा, गाजीपुर में विपक्षियों को रेडकार्ड पर विरोध