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बांदा में बारिशः पारा लुढ़का, किसानों के लिए ऐसी होगी संभावना..

Mercury falls due to rain in Banda, farmers benefit

समरनीति न्यूज, बांदाः आज यहां गुरुवार को मौसम के अचानक बदले मिजाज से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। गुरुवार भोर से शुरू हुई बूंदाबांदी का सिलसिला दोपहर तक झमाझम बारिश में बदल गया। जगह-जगह जलभराव हो गया और लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बारिश से पारा भी लुढ़क गया और लोगों को तपती गर्मी से राहत मिल गई। लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की। बुंदेलखंड में इस तरह नौतपा की विदाई हो गई। बताते चलें कि 25 मई से शुरू हुए नौतपा ने लोगों को गर्मी से खूब तपाया। भीषण गर्मी में लोग कभी पसीना पोछते थे तो कभी पानी पीकर गला तर करते थे। इसी बीच नौतपा के अंतिम दिन मंगलवार से ही आसमान में काले बादल छा गए थे।

रिमझिम फुहार लेकर आई सुबह

इसके बाद आज सुबह रिमझिम बारिश के साथ शुरू हुई। दोपहर होते-होत बारिश ने सभी को भिगोकर रख दिया। लोगों को बारिश ने पूरी तरह ठंड से राहत दिलाने का काम किया। इसके साथ ही तापमान में गिरावट दर्ज की गई। क भारी गिरावट रिकार्ड की गई है। मंगलवार से ही आसमान में छाए काले बादलों ने जहां मौसम को खुशगवार बनाने का काम किया, वहीं गुरुवार की सुबह से शुरू हुई रिमझिम बारिश ने दोपहर तक तेज बरसात में बदल गई। बारिश के साथ ही गर्मी से लोगों को राहत मिली और यह बरसात किसानों के लिए संजीवनी साबित हो सकती है।

कृषि वैज्ञानिक ने कही यह बात

हालांकि नौतपा की शुरूआत भीषण गर्मी लेकर आई और तापमान का पारा करीब 48 डिग्री तक पहुंचा। जिले का तापमान पूरे देश में रिकार्ड कायम कर गया। कोरोना संकट के बीच भीषण गर्मी के दौरान लोग करीब एक हफ्ते तक घरों में कैद होकर रह गए और पसीने से तरबतर रहे। आज हुई बारिश ने ऐसे लोगों बड़ी राहत दी। कृषि वैज्ञानिक जितेंद्र कुमार ने कहा कि यह बारिश मक्का और फलों की खेती करने वाले किसानों के लिए खुशहाली लेकर आने वाली है, जो किसान मक्के की बुआई कर रहे हैं, उनके लिए भी यह बारिश खासी उपयुक्त साबित होगी। साथ ही फलों की खेती करने वाले किसानों के चेहरों पर भी चमक लाने का काम करेगी।

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