समरनीति न्यूज, लखनऊ : यूपी सरकार के पशुधन मंत्री के चालक ने आज आरपीएफ थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद उसे निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। मामला बीती 23 अगस्त को चार स्टेशन पर हुई घटना से जुड़ा है। जब मंत्री का चालक कार को चारबाग स्टेशन के दिव्यांग रैंप से होकर प्लेटफार्म पर स्थित एस्केलेटर तक ले गया था।
मंत्री को पैदल न चलना पड़े, इसलिए चालक ने रैंप पर चढ़ा दी थी कार
दरअसल, बीती 23 अगस्त को शाम करीब 4 बजे मंत्री धर्मपाल सिंह ट्रेन 13005 हावड़ा-अमृतसर पंजाब मेल से बरेली जाने के लिए राजधानी के चारबाग स्टेशन पहुंचे। मंत्री का काफिला वहां पहुंचा तो पता चला कि पंजाब मेल चारबाग स्टेशन पर अपने नियत प्लेटफार्म नंबर-4 पर पहुंची थी। अब मंत्री को प्लेटफार्म नंबर-4 तक पैदल न चलना पड़े, इसके लिए चालक ने अपनी अतिरिक्त समझदारी दिखा दी।
अखिलेश यादव ने ली थी चुटकी, कहा था अच्छा है मंत्री बुल्डोजर से पहुंचे
उसने इसके लिए मंत्री की सरकारी कार को रेलवे न्यायालय के ठीक सामने दिव्यांग रैंप से चढ़ाते हुए प्लेटफार्म के एस्केलेटर तक पहुंचा दिया। मंत्री की कार प्लेटफार्म तक पहुंचते ही वहां मौजूद अन्य यात्रियों के बीच अफरातफरी सी मच गई थी। मीडिया में खबरें छपने के बाद रेलवे में हड़कंप मचा। वहीं सियासी गलियारों में भी खूब चर्चा होने लगी। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि अच्छा हुआ ये बुल्डोजर से स्टेशन नहीं गए थे।
मंत्री के चालक ने कार समेत आज आरपीएफ थाने में किया सरेंडर
इसके बाद रेलवे ने आनन-फानन में कार के नंबर के आधार पर अज्ञात चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया। मामला दर्ज होने के बाद आरपीएफ ने कार नंबर के आधार पर अज्ञात चालक को नोटिस जारी की। फिर मंत्री धर्मपाल सिंह के ड्राइवर की पहचान माल एवेन्यू के रहने वाले प्रशांत कुमार सिंह के रूप में हुई।
ये भी पढ़ें : ‘आंख मत दिखाओ..’ मंत्री के सामने भिड़े विधायक और जिलाध्यक्ष, इसलिए बिगड़ी बात..
मामला बढ़ता देख अब चालक ने मंत्री की कार समेत आरपीएफ के समक्ष सरेंडर कर दिया। आरपीएफ ने चालक के बयान लेकर उसे निजी मुचलके पर छोड़ दिया। उत्तर रेलवे की वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा का कहना है कि मंत्री के ड्राइवर के खिलाफ आरपीएफ ने मुकदमा दर्ज किया था। अब कार समेत चालक ने सरेंडर किया। उसे मौके पर ही जमानत दी गई है।
गड्ढे में फंसी यूपी के कैबिनेट मंत्री की गाड़ी, लोगों ने धक्का देकर निकाला