समरनीति न्यूज, बांदाः बुंदेलखंड में जलसंस्थान और जलनिगम के अधिकारियों की लापरवाही लाखों की आबादी के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। दरअसल, बीते कई दिनों से गंदे पानी की सप्लाई से लोगों का जीनी मुश्किल हो गया है। कई बार इसकी शिकायत भी की गई लेकिन जलसंस्थान अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा लोगों की समस्या को अनसुना किया जा रहा है। ऐसे में लोगों में भारी नाराजगी बनी हुई है। लोग प्रशासन के प्रति भी नाराज हैं।
15 दिन से आ रहा कीचड़ युक्त दुर्गंध वाला पानी
बताते चलें कि पेयजल की समस्या बांदा शहर के लिए नई नहीं है। गर्मी हो या सर्दी शहर के लोग पेयजल की समस्या से जूझते रहते हैं। बावजूद इसके कि सरकार द्वारा पेयजल योजनाओं को लाखों-करोड़ों का बजट दिया जा रहा है। लोगों का कहना है कि बीते पांच वर्षों में जलसंस्थान विभाग को करोड़ों का बजट मिला लेकिन पानी की समस्या का निदान नहीं हुआ।
अब बांदा के इंदिरा नगर इलाके में लोग पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं। घरों में कीचड़युक्त पानी आ रहा है। पानी से इतनी दुर्गंद्ध आ रही है कि लोग उससे कोई काम नहीं कर पा रहे हैं। इंदिरानगर के विकास पटेल का कहना है कि विभाग से बीते कुछ दिनों में कई बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
जलसंस्थान के अधिकारियों को जगाएंगे – दीपक गौर
संत तुलसी स्कूल की पुरानी बिल्डिंग के पास रहने वाले अजय सिंह ने कहा कि जगह-जगह से पाइप लाइन टूटी होने की वजह से कीचड़ और नालियों का पानी, पाइप लाइन के जरिये घरों में पहुंच रहा है।
शिकायत के बाद भी जलसंस्थान के अधिकारी कुंभकर्मी नींद सो रहे हैं। उधर, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष दीपक सिंह गौर ने कहा है कि आज ही जलसंस्थान के अधिकारियों को कुंभकर्मी नींद से जगाया जाएगा।
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उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारें लोगों को पेयजल की सुविधाएं मुहैया कराने के लिए भरपूर बजट दे रही हैं लेकिन विभाग के लोग आम जनता तक सुविधाएं नहीं पहुंचा रहे हैं। ऐसे अधिकारियों की उपर भी शिकायत पहुंचाई जाएगी। लोगों की समस्या का जल्द ही निदान किया जाएगा।