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बांदा में बिल्ली रास्ता काटने के अंधविश्वास ने पति-पत्नी और बच्चे को पहुंचाया अस्पताल, रेफर

प्रतिकात्मक फोटो।

समरनीति न्यूज, बांदाः अंधविश्वास वो बुरी मानसिक बीमारी है कि जो लोगों को कभी-कभी अस्पताल भी पहुंचा देती है। ऐसा ही एक घटनाक्रम बीती शाम बांदा जिले में घटित हुआ। एक व्यक्ति अपनी पत्नी और बच्चे को लेकर बाइक से फतेहपुर से अपनी ससुराल से लौटकर घर जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में एक बहुचर्चित अंधविश्वास से डरकर खुद ही बुरी तरह घायल हो गया।

बाइक से पत्नी-बच्चे संग जा रहा था युवक 

हादसे में उसकी पत्नी भी मासूम बच्चा भी बुरी तरह से घायल हो गया। राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस ने तीनों को अस्पताल पहुंचाया। वहां से युवक को कानपुर रेफर कर दिया गया है।

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बताते हैं कि कमासिन के गांव पछरउंवा निवासी सूरज (27) अपनी पत्नी आरती (25) व दुधमुंही बच्ची को लेकर फतेहपुर स्थित अपनी ससुराल गया था। वहां से लौटकर युवक बीती देर शाम अपने घर जा रहा था। बाइक पर उसकी पत्नी बच्ची को गोद में लेकर बैठी थीं।

बिल्ली को देखकर तेजी से मारे ब्रैक 

परिजनों ने बताया है कि इसी दौरान रास्ते में औगासी के पास अचानक बिल्ली रास्ता पार कर रही थी। बिल्ली को देखकर सूरज अपशगुन के डर से इतना घबरा गया कि उसने अचानक तेज ब्रेक लगा दिए। इससे बाइक पलट गई और तीनों बुरी तरह से उछलकर नीचे गिरे। तीनों को गंभीर चोटें आईं।

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आसपास मौजूद राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने तीनों को जिला अस्पताल बांदा पहुंचाया। वहां से सूरज को गंभीर अंदरुनी चोटों के चलते कानपुर रेफर कर दिया। बाकी मां और बेटी का इलाज बांदा जिला अस्पताल में चल रहा है। लोगों का कहना है कि अगर सूरज अंधविश्वास का शिकार होकर डरता नहीं तो यह हादसा ही नहीं होता।