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मुठभेड़ के बाद पुलिस ने अपह्रत व्यवसाई को कराया मुक्त, गोली लगने से दरोगा घायल-पांच गिरफ्तार

प्रेसकांफ्रेंस में अपह्रत को छुड़ाने की जानकारी देते डीआईजी मनोज तिवारी व एसपी एस. आनंद।

समरनीति न्यूज, लखनऊ/बांदाः शहर से बीती 21 सितंबर को चिल्ला रोड से अगवा हुए टाइल्स व्यवसाई को रविवार को बांदा पुलिस ने एसटीएफ के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए मुक्त करा लिया। पुलिस का दावा है कि इस दौरान बदमाशों से गोलीबारी भी हुई। इसमें एक एसओजी प्रभारी को गोली लग गई। साथ ही एक बदमाश की टांग में भी गोली लगी है।

सुबह मुठभेड़ के बाद पांच बदमाशों को पकड़ा   

दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इस दौरान अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पकड़े गए पाचों बदमाश शातिर किस्म के अपराधी हैं। इनके कब्जे से अंग्रेजी असलहे और कारतूस बरामद हुए हैं।

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इस बात की जानकारी चित्रकूटधाम मंडल के डीआईजी मनोज तिवारी ने आज यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में दी। उन्होंने बताया है कि बदमाशों के चंगुल से बांदा के अपहृत टायल्स व्यापारी प्रदीप सेंगर उर्फ नीलू सिंह को सकुशल मुक्त करा लिया गया है।

आईजी भी ले रहे थे मामले में अपडेट 

साथ ही पुलिस की इस बड़ी सफलता पर आईजी जोन इलाहाबाद ने मुठभेड़ करने वाली पुलिस टीम को 1 लाख इनाम देने की घोषणा की है। बताया जाता है कि मामले में कई पुलिस टीमें शुरू से ही सक्रिय थीं और खुद आईजी इलाहाबाद जोन भी मामले में पल-पल की अपडेट ले रहे थे।

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दरअसल, पुलिस को सूचना मिली थी कि अपहरणकर्ताओं ने अपह्रत प्रदीप के दोस्त से संपर्क करते हुए 21 लाख फिरौती मांगी है। इसके बाद ही पुलिस और एसटीएफ टीम ने तेजी से बदमाशों की घेराबंदी का जाल बिछा दिया।

एसटीएफ व पुलिस की टीम के कब्जे में खड़े अपहरणकर्ता।

डीआईजी श्री तिवारी ने बताया है कि अपहरणकर्ताओं ने आज सुबह फिरौती की रकम लेकर बुलाया था। इसके बाद पुलिस टीमें कालिंजर थाना क्षेत्र में सतना मार्ग पर लग गईं। एसपी एस. आनंद के निर्देशन में टीमें पूरी तरह से सतर्क थीं।

अपहरण में प्रयुक्त काली स्कार्पियों समेत दो गाड़ियां बरामद  

इसी दौरान सुबह लगभग साढ़े छह बजे दो संदिग्ध वाहन सतना की ओर से आते दिखाई दिए। पास आने पर पुलिस ने उनको ललकारते हुए आत्मसमर्पण के लिए कहा।  इसपर बदमाशों ने पुलिस पार्टी पर गोलियां चलाना शुरू कर दिया।

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इसमें स्वाट टीम के एसआई संतोष सिंह हाथ में गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश की टांग में गोली लगी। इस दौरान पुलिस ने पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। एक भागने में सफल रहा।

एसटीएफ व पुलिस की टीम के कब्जे में खड़े अपहरणकर्ता।

गोली लगने से घायल बदमाश ने पूछताछ में अपना नाम राजेंद्र सिंह रावत बताया है। बताया जाता है कि प्रारंभिक पूछताछ में इस अपराधी ने बताया है कि वह 2003 में उत्तराखंड में 3 पुलिस कर्मियों की हत्या कर चुका है। इसके बाद उसको सजा हुई और वह मैनपुरी जेल में बंद रहा।

एक बदमाश कर चुका पुलिस कर्मियों की हत्या !

लेकिन 2016 में मैनपुरी से न्यायिक अभिरक्षा से फरार हो गया था। हांलाकि डीआईजी श्री तिवारी ने बताया कि मामले को लेकर उतराखंड पुलिस से पुष्टी के लिए संपर्क किया जा रहा है। इस अपराधी के खिलाफ कई जिलों में संगीन धाराओं में आपराधिक मामले दर्ज हैं।

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पकड़े गए पांच बदमाशों में चार मध्यप्रदेश और एक बांदा का रहने वाला है। इनके कब्जे से पुलिस ने 9 एमएम की दो पिस्टल, कई कारतूस, मैगजीन, कई मोबाइल व अन्य सामान के अलावा एक स्कार्पियों गाड़ी और एक जेस्ट गाड़ी बरामद की है। बताया जाता है कि अपहरण के लिए बदमाश इसी स्कार्पियों से पहुंचे थे और बाद में अपहरणकर्ताओं ने व्यवसाई प्रदीप उर्फ नीलू की इनोवा भी उठा ली थी जो बाद में एमपी में लावारिश हालत में खड़ी मिली थी।