समरनीति न्यूज़, कानपुरः केंद्र सरकार के नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के विरोध में कानपुर में प्राइवेट डॉक्टर्स और नर्सिंग होम में काम ठप रहा। इमरजेंसी सर्विसेस को छोड़ ओपीडी व अन्य सेवाओं को रोकने के आईएमए के आह्वान का सिटी में मिला जुला असर दिखा। हालांकि कई प्राइवेट अस्पतालों में दिन की ओपीडी चली, लेकिन ज्यादातर में प्राइवेट प्रैक्टिशनर्स ने बिल के विरोध में काम नहीं किया। हालांकि शनिवार होने की वजह से मरीजों का लोड सरकारी अस्पतालों में भी आम दिनों की अपेक्षा कम नजर आया। वहीं शाम को आईएमए कानपुर की जनरल बॉडी मीटिंग हुई। बैठक के दौरान बिल के विरोध पर आगे की कार्रवाई पर चर्चा हुई।
जारी रहेगा विरोध
आईएमए कानपुर के प्रेसीडेंट डॉ. प्रवीन कटियार ने बताया कि शहर में हड़ताल सफल रही। डॉक्टर्स ने बिल के विरोध में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़ ज्यादातर सेवाएं बंद रहीं। आईएमए भवन में जनरल बॉडी मीटिंग भी की गई, जिसमें बिल के अलोकतांत्रिक स्वरूप को लेकर चर्चा हुई। बैठक में उन्होंने कहा कि जैसे बिल को लेकर आगे जैसे दिशानिर्देश आईएमए हेड क्वार्टर से मिलेंगे, उस तरह से कार्यवाही की जाएगी। बैठक में आईएमए सेकेट्री डॉ. अनुराग मेहरोत्रा, डॉ. बृजेंद्र शुक्ला, डॉ. विकास मिश्रा प्रमुख रूप से मौजूद रहे।