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राजधानी में शिक्षामित्रों ने मांगे न माने जाने पर मुंडवाये सिर

राजधानी लखनऊ में सिर मुंडवाकर विरोध प्रदर्शन करतीं शिक्षामित्र।

समरनीति न्यूज, लखनऊः समायोजन रद्द होने के एक साल पूरा होने पर राजधानी लखनऊ में बुधवार को शिक्षामित्रों ने काला दिवस मनाया। उन्होंने कहा कि उनकी मांगें नहीं मानी जा रही हैं। सरकार की तरफ से केवल झूठे आश्वासन मिल रहे हैं। उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है। कहा कि सरकार अपने वादे भूल गई है और इसलिए हम सिर मुंडवाकर विरोध कर रहे हैं। शिक्षा मिथ्रों का प्रदर्शन राजधानी के गोमती नगर स्थित इको गार्डन में हुआ। इस दौरान महिला शिक्षामित्रों व पुरुष दोनों ने सिर मुंडवाया।

शिक्षा मित्रों के सिर मुंडवाने के साथ ही राजनीति भी हुई तेज, अखिलेश यादव ने साथ का दिलाया भरोसा 

उधर, सिर मुंडवाकर प्रदर्शनक कर रहे शिक्षामित्रों पर सियासत तेज हो रही है। इस मामले में अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है। योगी सरकार को घेरते हुए अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा ने शिक्षामित्रों को आत्महत्या के लिए मजबूर किया है। कहा कि शिक्षामित्रों के हर संघर्ष में समाजवादी पार्टी उनके साथ है।

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लिखा है कि ‘हमने जिन शिक्षामित्रों को शिक्षक बना रोजगार दिया था उन्हें भाजपा ने आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया है। आंदोलन की बरसी पर महिला-पुरुष शिक्षामित्रों का केश त्यागना भाजपा में विश्वास का त्याग है। शिक्षामित्रों के हर संघर्ष में समाजवादी साथ हैं।’ बताते चलें कि बीती 25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक बनाए गए सभी 1.70 लाख शिक्षामित्रों के समायोजन को असंवैधानिक करार दिया था। समायोजन रद्द होने पर शिक्षामित्रों को प्रतिमाह मिल रही 38,000 वेतन घटकर 3500 रुपए हो गया था।