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हास्पिटल का ओटी टेक्निशियन निकला नर्स के पिता का हत्यारा, इस छोटे से सबूत ने खोली पोल..

समरनीति न्यूज, कानपुरः एक प्राइवेट अस्पताल से शुरू हुई नर्स और ओटी टेक्नीशियन की दोस्ती एक बड़े हत्याकांड का वजह बन गई। बेहद शातिराना अंदाज में हुए इस हत्याकांड को पुलिस ने काफी बारीकि से सुलझाया। दरअसल, हत्याकांड में एक दूसरे व्यक्ति पर अपहरण और हत्या का अंदेशा जताते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। फिर हत्यारों के एक सुराग ने पुलिस की जांच की सुईं दूसरी ओर घूमा दी। इसके बाद जो सच्चाई सामने आई, उसने लोगों के होश उड़ा दिए। बताया जाता है कि हत्या को मृतक की नर्स बेटी के दोस्त रहे ओटी टेक्नीशियन ने ही अंजाम दिया था। कत्ल की वजह हत्यारोपी का नर्स से शादी करने की जिद्द बनी, जिसका पिता विरोध करता था।

कानपुर देहात क्षेत्र में मिला था शव  

पिता ने बेटी के बेहतर भविष्य के लिए उसकी दूसरी जगह शादी तय कर दी थी। अब पुलिस हत्यारोपी टेक्नीशियन और उसके चचेरे भाई को जेल भेज रही है। पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूलते हुए उसकी वजह से भी पर्दा हटा दिया है।

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मामले में कानपुर के एसपी ग्रामीण प्रद्युम्न सिंह और एसओ थाना शिवराजपुर महेश यादव ने बताया है कि जौहरपुरवा बेहटा गांव के रहने वाले राम सिंह का शव कानपुर देहात के भोगनीपुर थाना क्षेत्र में यमुना नदी पुल के पास पड़ा मिला था। वह एक प्राइवेट नौकरी करते थे। बेटी कानपुर के कल्याणपुर में रूम लेकर रहती थी और वहीं एक प्राइवेट अस्पताल में नर्स की नौकरी भी करती थी। उसी अस्पताल में शिवली के सुभाषनगर का रहने वाले संदीप कुशवाहा भी ओटी टेक्नीशियन के तौर पर काम कर रहा था।

शादी करना चाहता था हत्यारोपी  

चचेरा भाई सुभाष नगर निवासी मोनू उर्फ आशीष बीएससी तीसरे वर्ष का छात्र है। बताते हैं कि अस्पताल में काम करने के दौरान मृतक की बेटी और संदीप की दोस्ती हो गई। वह नर्स से शादी करना चाहता था और इसके लिए लगातार दबाव बना रहा था, जबकि पिता बेटी की शादी कहीं अच्छी जगह करना चाहता था। उसने अच्छा घर देखकर शादी तय भी कर दी थी। शादी तय होने के बाद टेक्नीशियन संदीप ने बवाल करके शादी तुड़वानी चाही थी, लेकिन किसी तरह पिता ने फिर लड़के वालों की मिन्नतें करके राजी कर लिया था। इसके बाद हैवान बने टेक्नीशियन ने अपने चचेरे भाई आशीष उर्फ मोनू के जरिए एक दिन राम सिंह को बुलाकर पहले उसे खूब शराब पिलाई और फिर उसकी हत्या कर दी।

दूसरे के नाम दर्ज थी रिपोर्ट  

हत्या डंडे से बेरहमी से सिर पर प्रहार करके की गई। बताया जाता है कि प्रेम सिंह की नौकरी टेक्नीशियन के चचेरे भाई मोनू ने ही लगवाई थी। इसलिए हत्या वाले दिन उसके बुलावे पर मृतक आसानी से आ गया था। मृतक के गायब होने पर उसके भाई विजयराम ने गांव के आनंद पर अपहरण और हत्या का अंदेशा जताया था। इतना ही नहीं आनंद के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने मामले में गहनता से जांच करते हुए मृतक राम सिंह की कॉल डिटेल चेक की। उसमें पुलिस को सह आरोपी मोनू का मोबाइल नंबर मिला। इसके बाद पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल लिया। पुलिस का कहना है कि हत्यारोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त डंडे और दूसरा सामान बरामद कर लिया है।

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