समरनीति न्यूज, लखनऊ : घर में काम करने वाली नाबालिग घरेलू सहायिका के साथ एक 80 साल के चित्रकार द्वारा डिजिटल रेप करने का मामला सामने आया है। मामला संगम नगरी प्रयागराज का है। वहां रहने वाले आरोपी चित्रकार को सेक्टर-39 की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ पोक्सो एक्ट व दुष्कर्म समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। मामला काफी चर्चा में आ गया है। वहीं पीड़िता को डाक्टरी परीक्षण के लिए भेजा गया है।
पुलिस ने किया आरोपी चित्रकार को गिरफ्तार
प्रयागराज के सेक्टर-39 के थाना प्रभारी राजीव बालियान का कहना है कि मूलरूप से प्रयागराज के रहने वाले चित्रकार मौरिस राइडर इस समय सेक्टर-46 में रहते हैं। वह अपनी महिला मित्र के साथ रहते हैं।
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उनके यहां 17 साल की एक युवती भी घरेलू सहायिका के तौर पर रहती है। युवती ने पुलिस को शिकायत देते हुए आरोप लगाया है कि वह कई साल से उनके साथ रह रही है।
पीड़िता ने आरोपी के वीडियो-आडियो भी सौंपे
पीड़िता का आरोप है कि करीब 10 साल की उम्र से आरोपी चित्रकार उसका यौन शोषण करता चला आ रहा है। पीड़िता ने पुलिस को आरोपी चित्रकार की वीडियो और आडियो रिकार्डिंग भी मुहैया कराई है। पीड़िता की डाक्टरी जांच के बाद पुलिस ने आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ धारा 376, 323, 506 और पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा लिखा गया है।
इसे कहा जाता है कि डिजिटल दुष्कर्म
दरअसल, विदेशों में डिजिटल रेप या डिजिटल दुष्कर्म शब्द काफी समय से चलन में है। अब देश के कानून में भी इसका उपयोग हो रहा है। अंग्रेजी शब्दकोश में डिजिटल दुष्कर्म में ऊंगली, अंगूठा, पैर की अंगुलीको डिजिट नाम से संबोधित किया जाता है। यानी किसी महिला या युवती के गोपनीय अंगों को ऊंगली या पैर से छेड़ने को डिजिटल दुष्कर्म कहा जाता है।
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