समरनीति न्यूज, लखनऊ : लखनऊ यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग के एक एसोसिएट प्रोफेसर का काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर दिया विवादित बयान का मामला तूल पकड़ गया है। एक टीवी चैनल के डिबेट में यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर एक विवादित बयान दिया था। इसके विरोध में आज विश्वविद्यालय के शिक्षकों व छात्र संगठनों ने बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने जमकर नारेबाजी की। कहा कि प्रोफेसर ने ऐसा करके बेहद निंदनीय काम किया है। प्रोफेसर को दंडित होना चाहिए।
एबीवीपी ने की प्रोफेसर के निलंबन की मांग
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने उक्त शिक्षक के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए निलंबन की मांग उठाई। एबीवीपी के अक्षय प्रताप सिंह का कहना है कि प्रोफेसर ने मंदिर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करके बहुत निंदनीय काम किया है।
ये भी पढ़ें : Breaking News : डिप्टी सीएम केशव मौर्या को हराने वाली पल्लवी के पति का पार्टी से इस्तीफा
ऐसे शिक्षक के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया जाना चाहिए। उसे निलंबित किया जाना चाहिए। चीफ प्राक्टर प्रोफेसर राकेश द्विवेदी व अन्य लोग भी पहुंचे। छात्रों को समझाने का प्रयास किया गया। वहीं यूनिवर्सिटी के दूसरे शिक्षकों ने भी हिंदी विभाग के इस प्रोफेसर के विवादित और आपत्तिनजक बयान को शर्मनाक बताया है। शिक्षकों ने इसकी कड़ी निंदा की।
ये भी पढ़ें : UP : वरिष्ठ अधिवक्ता अजय मिश्रा महाधिवक्ता नियुक्त, कैबिनेट में 13 प्रस्ताव पास