समरनीति न्यूज, बांदाः आयुक्त चित्रकूटधाम गौरवदयाल ने आज मंगलवार को राष्ट्रीय प्रतीक सर्वेक्षण के 78वीं आवृत्ति के मंडल स्तरीय दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर आयुक्त ने कहा कि घरेलू पर्यटन पर व्यय और विभिन्न संकेतक सर्वेक्षण का कार्य चारों जिलों, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर और महोबा में निर्धारित समय में पूरा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि खासकर बांदा में निर्धारित समय पर पूरा किया जाए।
आयुक्त ने बैठक में दिए जरूरी निर्देश
आयुक्त ने कहा कि विभिन्न सर्वेक्षणों के माध्यम से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर ही शासन की विभिन्न योजनाएं तैयार की जाती हैं। अतः गांवों में जाकर सही व्यक्तियों से रैंडम आधार पर सही जानकारी प्राप्त की जाए। तभी सत्यता और सही तथ्य सामने आ सकेंगे।
उप निदेशक (नियोजन) ने किया स्वागत
इस मौके पर आयुक्त श्री दयाल ने कहा कि रैंडम के आधार पर भारत सरकार द्वारा चयनित परिवारों से पर्यटन और सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) तथा परिवारों के माइग्रेशन और 2014-15 के बाद निर्मित आवासों की जानकारी ली जाए।
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उपनिदेशक श्री त्रिपाठी ने आयुक्त का स्वागत करते हुए उन्हें आश्वस्त किया है कि सूचनाओं की गुणवत्ता के लिए जिला सांख्यिकी अधिकारियों द्वारा नियमित निरीक्षण किए जाएंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संजीव बघेल (बांदा), विनोद कुशवाहा (महोबा), राजेश सिंह (चित्रकूट), अर्चना वर्मा (हमीरपुर) सहित सुजान सिंह, प्रमोद कुमार, सुरेश शिवहरे, राजनाथ, राजेश कुशवाहा, सहायक सांख्यिकी अधिकारी विंध्यवासिनी पाठक, राकेश पांडे, रंजीत सिंह, राजेंद्र कुमार, शिवदास, मनीष मिश्रा आदि मौजूद रहे।
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