समरनीति न्यूज, बांदा : एक दिन पहले अज्ञात वाहन की चपेट में आने से हादसे में मारे गए कांस्टेबल को बांदा पुलिस लाइन्स में अंतिम विदाई दी गई। रोत-बोते बिलखते परिजनों ने किसी तरह खुद को संभाला। इकलौती बेटी संध्या और पत्नी ललिता का रो-रोकर बुरा हाल था। बताते चलें कि इलाहाबाद के थाना नैनी के जमौली घूरपुर गांव निवासी सिपाही भानू प्रताप (50) वृहस्पतिवार सुबह महोबा से बांदा तबादला होने पर पुलिस लाइन्स में अपनी आमद दर्ज कराई थी।
इकलौती बेटी संध्या और पत्नी ललिता का रो-रोकर हुआ बुरा हाल, परिजनों ने संभाला
देर रात वह बाइक से ड्यूटी पर कहीं जा रहे थे। रास्ते में बांदा-फतेहपुर मार्ग पर बेंदाघाट कस्बे के पास उसरा नाले नजदीक अज्ञात वाहन की टक्कर से उनकी मौत हो गई। राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी। रात को ही पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे और शव को जिला अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया गया था।
उनके परिजनों को सूचना दी गई थी। सीओ सिटी राघवेंद्र सिंह व सिपाही के भाई लाल प्रताप सिंह का कहना है कि तकरीबन 9 माह महोबा में तैनाती रही है। बांदा पुलिस लाइन में आमद दर्ज कराने के बाद वह डाक लेकर बाइक से लखनऊ हेड क्वार्टर जा रहे थे। गार्ड आफ आनर में एसपी शालिनी, सीओ सिटी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
ये भी पढ़ेः बांदा तबादले के बाद परिजनों से मिलने इलाहाबाद जा रहे कांस्टेबल की हादसे में मौत