Wednesday, May 15सही समय पर सच्ची खबर...

महोबा में जानलेवा बनी बालू की ओवरलोडिंग, फिर एक मौत

हादसे के बाद मौके पर पड़ा ट्रैक्टर और मृतक का शव।

समरनीति न्यूज, बांदाः सूखे से जूझ रहा बुंदेलखंड बालू माफियाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। वहीं पुलिस और प्रशासन के कुछ लोग भी इसमें अपनी जेबें गरम कर रहे हैं। दूसरी ओर आम आदमी आए दिन हादसों का शिकार होकर अवैध खनन और ओवरलोडिंग की भेंट चढ़ रहा है। बुंदेलखंड में तेज रफ्तार दौड़ते बालू लदे ट्रैक्टर आए दिन हादसे का शिकार हो रहे हैं और चालक व उन पर सवार लोग अपनी जानें गवां रहे हैं। ऐसा ही एक हादसा महोबा के श्रीनगर थाना क्षेत्र के सीमावर्ती गांव ज्योरैया के पास हुआ।

खदानों से ओवरलोड कर ट्रैक्टरों से भेजा जा रहा बालू , बन रहा काल 

वहां का रहने वाला संतोष शिवहरे (40) परिवार पालने को इलाके की डिगरिया बालू खदान में मजदूरी करता था। सूत्रों की माने तो खदान संचालक ट्रैक्टरों पर ओवरलोड बालू लदवाते हैं। संतोष को भी ट्रैक्टर ट्राली पर ओवरलोड बालू लादकर भेजा गया। तड़के सुबह करीब 3 बजे ओवरलोड बालू लदा ट्रैक्टर रास्ते में पलट गया। उसके नीचे दबकर संतोष की दर्दनाक मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया।

ओवरलोडिंग के कारण हो रहे हैं बड़े हादसे, पुलिस महकमे ने फेरा मुंह  

मृतक की दो जवान बेटियां और एक बेटा है। परिजन थाना श्रीनगर में घटना की रिपोर्ट लिखाने पहुँचे। लेकिन पुलिस ने उनको यह कहते हुए लौटा दिया कि मामला मध्यप्रदेश की सीमा में आता है। वहीं सूत्रों की मानें तो बालू माफिया पूरे मामले को दबाने के प्रयास में जुटे हैं। यह कोई पहला मामला नहीं है। बल्कि कुछ दिन पूर्व जैतपुर में भी बालू लदा ट्रैक्टर पलटने से ट्रैक्टर ड्राइवर की मौत हो गई थी। बराना (पनवाड़ी) में भी एक ओवरलोड बालू लदा ट्रैक्टर पलट चुका है। उधर, थाना पुलिस का कहना है कि मामला मध्यप्रदेश का था। हमारे यहां से घटना का कोई लेना-देना नहीं है।