Monday, May 13सही समय पर सच्ची खबर...

यूपी के किसानों के दिल में जगह बनाने को भाजपा चल रही यह चाल..

समरनीति न्‍यूज़, लखनऊः सहकारी संस्थाओं के जरिये किसानों के बीच अपनी मजबूत पकड़ बनाने के लिए भाजपा ने अभियान शुरू कर दिया है। भाजपा ने 80 फीसद से अधिक प्रारंभिक कृषि ऋण समितियों पर कब्जा जमाने के बाद राज्यस्तरीय संस्थाओं को भी अपना बनाने की मुहिम शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ लिमिटेड (पैकफेड) और उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण एवं श्रम विकास सहकारी संघ लिमिटेड (लैकफेड) जीतने के बाद भाजपा की निगाह उत्तर प्रदेश को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (यूपीसीबी) पर लगी है। भाजपा पूर्व सांसद तेजवीर सिंह को यूपीसीबी का सभापति बनाने की तैयारी कर चुकी है।

रणनीति बनाने में जुटे हैं भाजपा के नेता  

भाजपा प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर और सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने यूपीसीबी के लिए चुनावी रणनीति तैयार कर रहे हैं। संगठन में सहकारिता के क्षेत्रीय संयोजकों को चुनावी अभियान की जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है। यूपीसीबी के लिए गुरुवार को अनंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन होगा और 28 जुलाई को इस पर आपत्ति मांगी गई है।

30 को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 

28 जुलाई को ही आपत्तियों का निस्तारण होगा और फिर 30 जुलाई को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन होगा। नौ अगस्त को निदेशकों और 10 अगस्त को सभापति, उपसभापति और विभिन्न समितियों के डेलीगेट्स का नामांकन और चुनाव होना है। फिलहाल, भाजपा ने पैकफेड की ओर से तेजवीर सिंह को नामित कर दिया है। इसी के साथ सहकारिता आंदोलन से जुड़े पूर्व सांसद तेजवीर सिंह का सभापति बनना लगभग तय हो गया है पार्टी इस कोशिश में है कि सभी निदेशक निर्विरोध निर्वाचित हों। पैकफेड और लैकफेड को पहले ही जीत लिया है। दरअसल, भाजपा इन संस्थाओं के जरिये किसानों की आय दोगुना करने के लिए मुहिम चलाने की तैयारी में है।