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जम्मू-कश्मीर में 3 साल बाद भाजपा ने मुफ्ती सरकार से हाथ खींचे, राज्यपाल शासन की तैयारी

राज्यपाल को इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करतीं महबूबा मुफ्ती।

समरनीति न्यूज, नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर में बीते 3 साल से भाजपा और महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी के गठबंधन की सरकार आखिरकार मंगलाव को गिर गई। ऐसा बीजेपी के मुफ्ती सरकार से समर्थन वापस लेने के कारण हुआ। लोकसभा चुनावी साल में बीजेपी द्वारा मुफ्ती सरकार से समर्थन वापसी के कई मतलब निकाले जा रहे हैं। वहीं खुद महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि जबतक बीजेपी के साथ रहे धारा 370 नहीं हटने दी है। साथ ही 11 युवाओं के मुकदमे भी वापस कराए हैं।

चुनावी साल में बीजेपी के समर्थन वापसी के राजनीतिक गलियारों में हैं कई मायने 

जम्मू-कश्मीर सरकार से समर्थन वापसी का एेलान बीजेपी महासचिव राममाधव ने किया। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर की 87 विधानसभा सदस्यों वाली सरकार अल्पमत में आ गई। इसके बाद तुरंत ही मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्यपाल से मिलकर उनको अपना इस्तीफा सौंप दिया। साथ ही कहा कि अब वह किसी के साथ मिलकर सरकार नहीं बनाएंगी। उधर, कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस दोनों पार्टियों ने भी पीडीपी को समर्थन देने से साफ इंकार कर दिया। सरकार गिरने के बाद पहली बार मीडिया से मुखातिब हो रहीं महबूबा मुफ्ती ने अपनी सरकार की जमकर उपलब्धियां गिनाईं।

25 को खत्म हो रहा था राज्यपाल का कार्यकाल, बढ़ाया गया  

जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा का कार्यकाल 25 जून को समाप्त हो रहा था लेकिन इसको आगे नए राज्यपाल की नियुक्ति तक बढ़ा दिया गया है। ऐसा सूबे में राजनीतिक हलचल के तहत ही किया गया है।

गठबंधन टूटने के बाद बीजेपी पर सभी दलों का हमला तेज

कांग्रेस के गुलाम नवी आजाद ने कहा है कि जो भी हुआ अच्छा हुआ। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कश्मीर को बर्बाद कर दिया और अब 3 साल बाद पीडीपी से समर्थन वापस ले लिया। कहा कि बीते 3 साल में सबसे ज्यादा नागरिकों और सुरक्षा बल के जवानों कश्मीर में जान गवाई हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि कश्मीर को बीजेपी ने बर्बाद कर दिया है। तीन साल बर्बाद करने के बाद अब समर्थन वापस ले लिया है। कहा कि क्या बीजेपी ने हमसे यह नहीं कहा था कि नोटबंदी से कश्मीर में आतंकियों की कमर टूट गई है। बीजेपी के नेता एवं अभिनेता शत्रुघन सिन्हा ने कहा कि यह एक देरी से लिया गया निर्णय है।

शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह एक अपवित्र गठबंधन था। इसे टूटना ही था और वह इसका अभिनंदन करते हैं। ठाकने ने कहा कि बीजेपी को 3 साल बाद पता चला है कि यह निकम्मी सरकार है। इससे हटना चाहिए।