समरनीति न्यूज, बांदा : ‘मैं बच्चों को लेने स्कूल गया था। वहां से लौट रहा था तभी फोन पर जानकारी मिली कि मेरी पत्नी श्वेता ने फांसी लगाकर जान दे दी है। इसके बाद मैंने बच्चों को रिक्शा कराया और खुद चला गया। क्यों कि न तो मैं उसे ( पत्नी श्वेता सिंह गौर) फांसी पर लटकते हुए देख सकता था और न ही उसे जला (अंतिम संस्कार) सकता था।’ ये बातें जिपं सदस्य श्वेता सिंह गौर की मौत के मामले में मुख्य आरोपी बनाए गए उनके पति दीपक सिंह गौर ने मीडिया से उस वक्त कहीं जब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
कहा-गांव में रहते हैं बुजुर्ग माता-पिता, सभी निर्दोष
दरअसल, पत्रकारों ने दीपक से पूछा कि आप पत्नी की मौत के बाद गायब हो गए थे। तब भाजपा नेता दीपक ने ये बातें कहीं। साथ ही कहा कि उनके माता-पिता बुजुर्ग हैं और गांव में रहते हैं, जबकि उनका परिवार बांदा शहर में रहता है। साथ ही जिस भाई को नामजद कराया है वह लखनऊ में रहता है। कहा कि दवाब बनाकर उनके व परिवार के खिलाफ मुकदमा लिखाया गया है।
viral videos को बताया पुराना, कहा-गुस्से में बोला होगा
पत्रकारों ने दीपक से पूछा कि कई वीडियो वायरल हुए हैं जिसमें वह पत्नी को मारने की बातें कह रहे हैं। इसपर कहा कि वीडियो पुराने हैं। कहा कि वह निर्दोष हैं और उनके माता-पिता और भाई भी पूरी तरह से निर्दोष हैं। बहरहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। पुलिस इस मामले में शुरू से ही गंभीरता से जांच करते हुए आगे बढ़ रही है। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने आज साफ कहा है कि मामले में साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जा रही है, जो भी दोषी है। उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
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