समरनीति न्यूज, बांदा : मध्य प्रदेश के खनन के बालू ट्रकों की अवैध रूप से बांदा के रास्ते यूपी में एंट्री। इससे उत्तर प्रदेश सरकार को करोड़ों के राजस्व की हानि। ‘समरनीति न्यूज’ ने इस मामले को प्रमुखता से छापा। सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश के बालू माफियाओं के सिंडीकेट में खलबली मची हुई है। सिंडीकेट मैनेजमेंट ने अब नए गुर्गों को मैदान में उतारा है।
नए गुर्गों के कंधों पर जिम्मेदारी डाली
हालांकि, बांदा के खनिज विभाग या आरटीओ विभाग की ओर से फिलहाल कोई एक्शन लिए जाने की खबर नहीं है। बताते चलें कि पुलिस के कई अधिकारियों पर कार्रवाई जरूर होती रही है। दरअसल, मध्य प्रदेश से रोज उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के गिरवां-मटौंध और कालिंजर के रास्ते सैकड़ों बालू लदे ओवरलोड ट्रक अवैध रूप से एंट्री करते हैं।
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बीते दो-तीन वर्षों पर अधिकारियों और पुलिस कर्मियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाइयों से यह बात खुद साबित हो रही है। हालांकि, आरटीओ विभाग और खनिज विभाग के खिलाफ कभी एक्शन नहीं लिया गया। कुछ दिन पहले बांदा कोतवाली में तत्कालीन इंस्पेक्टर समेत 3 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। एक अधिकारी भी आरोपी हैं। इससे साबित होता है कि बात गलत नहींहै। वैध-अवैध खनन से जुड़े इस खेल में यूपी सरकार को करोड़ों के राजस्व का घाटा होता है।
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