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सेहत

रिकार्ड की तैयारी में बाबा, दो लाख लोगों के साथ योग

रिकार्ड की तैयारी में बाबा, दो लाख लोगों के साथ योग

Today's Top four News, उत्तर प्रदेश, भारत, सेहत
समरनीति न्यूज, नई दिल्लीः बाबा रामदेव ने राजस्थान के कोटा में दो लाख लोगों के साथ योग किया। उनके साथ राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी योग किया। बाबा यहां ढाई लाख लोगों के साथ योग करके वर्ल्ड रिकार्ड बना रहे हैं। रिकार्ड दर्ज करने के लिए गिनिज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम कोटा पहुंची हुई है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ बाबा के साथ योग करने के लिए उमड़ी। आसपास के गांव वालों को भी योग के लिए बुलाया गया। यहां एक व्यक्ति ने करीब 1 घंटे 3 मिनट तक शीर्षासन किया। यह नया वर्ल्ड रिकार्ड है। पिछला शीर्षासन का रिकार्ड 1 घंटे का था। एक अन्य वक्ति ने ढाई हजार पुशअप करके रिकार्ड बनाया। इस दौरान उनके साथ राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अलावा सांसद दुष्यंत सिंह, ओम बिड़ता, परिवहन मंत्री युनुष खान आदि मौजूद रहे।  ...
देरहारदून में 55 हजार लोगों के साथ योग कर रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी

देरहारदून में 55 हजार लोगों के साथ योग कर रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी

Feature, उत्तर प्रदेश, भारत, सेहत
समरनीति न्यूज, नई दिल्लीः आज 21 जून को भारत समेत दुनियाभर में आज चौथा योग दिवस मनाया जा रहा है। दुनियाभर में 170 देशों ने आज सूर्य की किरणों के साथ योग किया गया। इस दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 55 हजार लोगों के साथ देहरादून में योग किया। वे फारेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट में आयोजित योग कार्यक्रम में शामिल हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि योग मानव जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है। अगर पूरी दुनिया में योग करने वाले लोगों के आंकड़े जुटा लिए जाएं तो निश्चित रूप से ईश्वर के सामने कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आएंगे। कहा कि वे विश्वास के साथ कह सकते हैं कि योग करने वाले व्यक्ति तमाम मानसिक और शारीरिक दिक्कतों से दूर रहते हैं।  ...
सलादः शरीर ही नहीं दिल-दिमाग को भी रखता है दुरूस्त

सलादः शरीर ही नहीं दिल-दिमाग को भी रखता है दुरूस्त

Today's Top four News, सेहत
समरनीति सेहतः  हरे सब्जियों और हरे पत्ते जिंदगी को हरा-भरा बना देते हैं। सेहत में चार चांद लगा देते हैं। फिर भी हम अपने खाने में हरियाली के इन नुक्शों को शामिल करने में गुरैज करते हैं। इसका खामियाजा हमारी सेहत को उठाना पड़ता है। आज हम आपको बताते हैं कि खाने के साथ सलाद का क्या महत्व है और यह कितना जरूरी है। हरियाली के इन नुक्शों को दूर करके सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं हम  आमतौर पर सलाद को हम यह मानकर खाते हैं कि इससे खाने का स्वाद बढ़ता है। जी हां, लेकिन सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ता बल्कि इससे स्वास्थ भी संवरता है। सलाद शरीर के साथ आपके शरीर के साथ दिमाग और दिल को भी मजबूत करता है। ये भी पढ़ेंः जुबान को स्वाद ही नहीं तन-मन को रंगत भी देगा शहद सलाद हमारे शरीर में कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखता है। इसे बढ़ने नहीं देता है जिससे दिल की बीमारियां हम पर हमला नहीं कर पाती हैं। योग और आयुर...
..और इस तरह कहें अपनी जिंदगी से डिप्रेशन को गुडबाय

..और इस तरह कहें अपनी जिंदगी से डिप्रेशन को गुडबाय

Today's Top four News, सेहत
समरनीति सेहतः  आंखों में ढेरों सपने सजाकर आज हर इंसान तरक्की की होड़ में अंधी दौड़ दौड़ता जा रहा है। रोजमर्रा की जिंदगी में सबुकछ इतना अशांत और तेजी से गुजर रहा है कि लोग खुद का आस्तित्व ही भूलते जा रहे हैं। यही वजह है कि हर कोई आज मन की शांति खो चुका है। मन की हलचल और परेशानियां जल्द ही दिमाग में भी घर बना लेती हैं। यही वजह है कि ज्यादातर लोग अशांतमन से जिंदगी जी रहे हैं और देर-सवेर डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। डिप्रेशन हो हावी तो हालात नहीं , खुद को बदलने की करें कोशिश  जिंदगी सुख-दुख दो पाटों के बीच में चलती है। कभी हमें सुख मिलता है तो कभी दुख का भी एहसास होता है। जब चीजें हमारे मन की नहीं होती हैं तो हम दुखी हो जाते हैं। दुख ज्यादा गहरा होता है तो धीरे-धीरे हम डिप्रेशन में चले जाते हैं।  एक समय ऐसा आता है कि डिप्रेशन के शिकार व्यक्ति को कुछ भी अच्छा नहीं लगता है और अपनी जान तक ...
निपाह वायरस को लेकर एलर्ट मोड पर स्वास्थ्य महकमा

निपाह वायरस को लेकर एलर्ट मोड पर स्वास्थ्य महकमा

सेहत
केरल में वायरस प्रभावी, स्वास्थ्य महकमा कर रहा जागरूक  लखनऊः  इन दिनों सोशल मीडिया पर निपाह वायरस के लक्षण और बचाव को लेकर जमकर प्रचार प्रसार हो रहा है। केरल में इस रोग की दस्त के बाद से लोगों में निपाह वायरस को लेकर काफी चर्चाएं भी हो रही हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार निपाह एक नई उभरती हुई बीमारी है, जो वायरस के संक्रमण के प्रभाव से जानवर और इंसान दोनों में तेजी से फैलता है। यह गंभीर बीमारियों कोजन्म देता है। इस बीमारी की पहली बार पहचान 1998 में मलेशिया के निपाह गांव से हुई थी, इसीलिए उस गांव के नाम पर इस वायरस को नाम दिया गया। भारत में इसका प्रभाव 2001 में देखने को मिला था। इस वर्ष भी इसके कई मामले सामने आ चुके हैं। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने सूबे के हर जिले के लिए एलर्ट जारी कर दिया है। सीतापुर में भी अधिकारियों ने इसे लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। निपाह वायरस के क्या हैं लक्षण -कैस...
बैक पेनः कहीं कम न कर दे आपकी रफ्तार

बैक पेनः कहीं कम न कर दे आपकी रफ्तार

सेहत
अक्सर कहा जाता है कि एक उम्र के बाद कमर का दर्द स्वभाविक हो जाता है लेकिन डाक्टरों की मानें तो ऐसा कतई नहीं है। इस बात का हकीकत से कुछ लेना-देना नहीं है। अगर आप अपना ख्याल रख रहे हैं। समय से सोना और समय से जागने के साथ-साथ एक्सरसाइज और संतुलित आहार ले रहे हैं तो आप कमर दर्द से रहित जिंदगी जी सकते हैं। अगर ऐसा नहीं कर रहे हैं तो आज से ही अपनी दिनचर्या में बदलाव लाकर जिंदगी को खुशहाल बना सकते हैं। समरनीति सेहतः  आज की भागम-भाग भरी जिंदगी में खुद का ख्याल रखना बेहद मुश्किल है। हम किसी बात को सबसे ज्यादा नजरअंदाज करते हैं तो हमारी खुद की सेहत है। कंप्यूटर पर काम करने वाले लोग सारा दिन उसके सामने बैठकर गुजार देते हैं। मार्केटिंग के लोग दिनभर कार और बाइक से इधर-उधर यात्रा करके। इन दोनों ही हालात में सबसे ज्यादा बोझ हमारी कमर उठाती है जो आगे जाकर दर्द की वजह बनती है। हमारी रोजमर्रा की...
लू… जरा संभलकर

लू… जरा संभलकर

सेहत
सेहत् ः   चिलचिलाती धूप और गर्म हवा यानि लू के बीच घरों से बाहर जाना क बड़ी चुनौती है। ऐसे में थोड़ी सी सावधानी आपको लू जैसी जानलेवा होने वाली समस्या से बचा सकती है। इसके लिए घर में मौजूद मामूली सी लगने वाली चीजों का उपयोग करना पर्याप्त है लेकिन जानकारी के अभाव में अक्सर हम यह नहीं जान पाते कि छोटी-छोटी बातें हमें लू से कितनी आसानी से बचा सकती हैं।  गर्मी में लू लगना एक आम बात सी हो गई है। इससे बचने के लिए घरेलू नुस्खे काफी कारगर साबित हो सकते हैं। दरअसल, लू लगने का सबसे बड़ा कारण है शरीर में पानी की कमी। इसलिए हमेशा इस बात का ख्याल रखें कि गर्मी के मौसम में ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। शरीर में पानी रहेगा तो काफी हद तक लू दूर ही रहेगी। इसके अलावा शरीर के आंख, नाक और कान को ढककर रखना जरूरी है ताकि शरीर में लू की गर्म हवा ना जा सके। इसलिए बाहर निकलने से पहले चेहरे को ढकने पर खास ध्यान ...
जुबान को स्वाद ही नहीं तन-मन को रंगत भी देगा शहद

जुबान को स्वाद ही नहीं तन-मन को रंगत भी देगा शहद

सेहत
समरनीति सेहतः शहद, एक ऐसा पेय पदार्थ है जिसका नाम आते ही मुंह में मिठास घुल जाती है। शहद जितना स्वादिष्ट होता है उतना ही गुणकारी भी होता है। ऋषि-मुनियों ने भी इसके गुणों को मानव के लिए बेहद लाभकारी बताया है। कहा जाता है कि यह लगभग बीते 8000 वर्षों से हमारे खाने-पीने का हिस्सा रहा है। आयुर्वेद तो शहद को तमाम बीमारियों से लड़ने वाला एक बहुउपयोगी पेयपदार्थ करार देता है। बड़े-बूढ़े हों या छोटे बच्चे सभी की सेहत के लिए शहद बेहद लाभदायक होता है। बस अलग-अलग बीमारियों में इसको खाने-पीने के तौर-तरीके जरूर बदल जाते हैं। शहद को लंबे समय तक रखने के बावजूद यह खराब नहीं होता। जानकार बताते हैं कि इसको घाव और जलने वाले स्थान पर लगाने से जख्म जल्दी ठीक हो जाते हैं। अब हम नजर डालते हैं शहद से होने वाले 21 फायदों पर। शहर में एंटीओक्सिडेंट के गुण होते हैं जो बीमारियों से लड़ने वाली हमारी क्षमता को...